Bihar Budget Session: बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव (Tejashwi Yadav) सत्ता पक्ष की सदस्य गायत्री देवी (परिहार की BJP विधायक) के पक्ष में उतरे. उन्होंने सत्ता पक्ष की सदस्या का जवाब नहीं मिलने के मामले को गंभीर बताया और कहा कि सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि सदन के सदस्य के प्रश्न का सरकार उत्तर दे.
मूल प्रश्नकर्ता गायत्री देवी ने सरकार का बचाव करते हुए विरोधी दल के नेता को ही कठघरे में खड़ा कर दिया और कहा कि यह तो आपसी बात है. उनके लिए विरोधी दल के नेता चिंता नहीं करें. हुआ यूं कि गायत्री देवी ने सरकार से सीतामढ़ी जिला के परिहार प्रखंड के तहत नरंगा पंचायत उत्तरी एवं दक्षिणी में ओपी नहीं रहने से आपराधिक घटनाएं होती है.
यहां पर सरकार कब तक ओपी खोलना चाहती है. इसका जवाब प्रभारी मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने दिया और बताया कि वहां पर ओपी खोलने का कोई प्रस्ताव सरकार के पास नहीं है. सदस्या द्वारा हंगामे के कारण जवाब नहीं सुना गया और उनको अनुपूरक प्रश्न पूछने का भी मौका नहीं मिला.
बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही विपक्ष के सदस्यों ने महंगाई, जहरीली शराब और मैट्रिक परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक होने के मामले को लेकर हंगामा आरंभ कर दिया. विपक्षी सदस्यों की मांग थी कि इन मुद्दों को लेकर सरकार जवाब दे. इधर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा सदस्यों को सदन की कार्यवाही संचालित करने में मदद की अपील करते रहे.
तेजस्वी प्रसाद यादव ने मैट्रिक बोर्ड में हिंदी के प्रश्न पत्र लीक होने के मामले को गंभीर बताया और कहा कि यह बच्चों के भविष्य का सवाल है. सरकार को जवाब देने के लिए दबाव बनाने के लिए कार्यवाही आरंभ होने के दो मिनट बाद ही माले और एआइएम के सदस्य वेल में आ गये और जोर-जोर से नारा लगाने लगे. उनके साथ राजद और कांग्रेस के सदस्यों ने अपने आसन के पास खड़े होकर दिया.
प्रश्नकाल के दौरान एआइएम के सदस्य कुछ देर के बाद अपनी सीट पर बैठ गये तो माले के सदस्य पूरे प्रश्नकाल में वेल में बैठकर ही नारेबाजी करते रहे. माले सदस्यों के हंगामे के बीच ही सदस्यों ने अल्पसूचित व तारांकित प्रश्न पूछे जिसका जवाब सरकार की ओर से दिया गया. हंगामें के कारण राजद के ललित कुमार यादव और एआइएमआइएम के अख्तरूल इस्लाम शाहीन ने अल्प सूचित प्रश्न नहीं पूछा.
Posted By: Utpal Kant