Bihar By Election: माले के गढ़ में पहली बार खिला कमल, इस सीट पर 9 साल बाद मिली NDA को जीत
Bihar By Election: भोजपुर जिले के तरारी विधानसभा उपचुनाव में NDA प्रत्याशी और भाजपा नेता विशाल प्रशांत ने जीत दर्ज कर नया कीर्तिमान रचा है. इस सीट पर पिछले 9 साल से माले का कब्जा था. इसलिए इस सीट को माले का गढ़ माना जाता है.
Bihar By Election: भोजपुर जिले के तरारी विधानसभा उपचुनाव में NDA प्रत्याशी और भाजपा नेता विशाल प्रशांत ने जीत दर्ज कर नया कीर्तिमान रचा है. इस सीट पर पिछले 9 साल से माले का कब्जा था. इसलिए इस सीट को माले का गढ़ माना जाता है. इस चुनाव में एनडीए उम्मीदवार विशाल प्रशांत, माले उम्मीदवार राजू यादव और जनसुराज पार्टी के उम्मीदवार किरण सिंह चुनावी मैदान में उतरी थीं. लेकिन पहली बार चुनाव लड़ रहे पूर्व विधायक और बाहुबली नेता सुनील पांडे के पुत्र विशाल प्रशांत ने अपना परचम लहरा दिया है.
अब हमेशा खिलता रहेगा कमल
प्रचंड जीत के बाद भाजपा प्रत्याशी विशाल प्रशांत ने कहा कि ये अच्छी बात है कि तरारी में भाजपा का कमल खिला है. कमल अब हमेशा खिलता रहेगा. जैसा कि हमारे डिप्टी सीएम ने कहा है कि क्षेत्र की जनता के लिए खजाना खुलेगा, वो खजाना हमारे विधानसभा के हर वोटर के दरवाजे तक पहुंचेगा.
पहली बार लड़े थे विधानसभा चुनाव
बता दें कि सुनील पांडे के पुत्र विशाल प्रशांत पहली बार तरारी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े थे. इंटर की पढ़ाई पूरी करने के बाद विशाल प्रशांत सामाजिक सेवा में अपनी रुचि बढ़ाई और जनता के बीच आना शुरू किया. वहीं भाजपा द्वारा टिकट मिलने के बाद से विशाल प्रशांत अपने विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क शुरू कर दिया था. जिसका परिणाम अब इस चुनाव में उनको मिला है.
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समर्थकों में खुशी की लहर
एनडीए उम्मीदवार विशाल प्रशांत करीब 10 हजार 612 वोटों के अंतर से चुनाव में जीत हासिल की है. जिसका औपचारिक ऐलान अधिकारियों द्वारा कर दिया गया है. जीत की बधाई विशाल प्रशांत को मिलने लगी है और समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ी है. इसके बाद समर्थकों द्वारा आमिर गुलाल लगाकर के खुशी जाहिर की गई और पटाखे छोड़े गए.
वर्ष 2010 में तरारी विधानसभा के गठन के बाद हुए चुनाव में सुनील पांडेय ने जदयू प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज की थी. 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में भाकपा माले प्रत्याशी सुदामा प्रसाद ने सुनील पांडेय की पत्नी गीता देवी को हराकर तीसरी बार सीट पर अपना कब्जा जमा लिया. सुदामा प्रसाद ने वर्ष 2020 के चुनाव में भी अपनी जीत को बरकार रखा.
भाकपा माले अपने किले को बचाने में रही असफल
वर्ष 2024 के तरारी उपचुनाव में सुनील पांडेय के पुत्र विशाल प्रशांत भाजपा प्रत्याशी के रूप में उतरे. वहीं स्थानीय विधायक सुदामा प्रसाद के सांसद निर्वाचित होने के बाद तरारी में वाम दल के किले को बचाने की जिम्मेवारी राजू यादव को मिली. लेकिन, इस बार के उपचुनाव में भाकपा माले अपने किले को बचाने में असफल रही और विशाल प्रशांत ने तरारी में जीत दर्ज करते हुए यहां पहली बार कमल खिला दिया.