Bihar Cabinet Expansion: बीते साल नवंबर में बिहार में फिर से मुख्यमंत्री पद की गद्दी संभालने वाले नीतीश कुमार (CM Nitish kumar) के मंत्रिमंडल का आज पहली बार विस्तार (Nitish Cabinet Expansion) किया गया. मंत्री पद की शपथ लेने वाले विधायकों की सूची सामने आने के बाद चार बार के भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ((MLA Gyanendra Singh Gyanu) ने प्रदेश भाजपा (Bihar BJP) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया .
उन्होंने नए मंत्रियों के चेहरों पर पार्टी के निर्णय को गलत ठहराया. कहा कि मंत्रिमंडल में नए लोगों को जगह दी गई है, लेकिन पुराने और समर्पित नेताओं की अनदेखी हुई है. कहा कि मंत्रियों की सूची में मेरा नाम नहीं है ये कोई मुद्दा नहीं है. आप ही देखिए कि दक्षिण बिहार से एक भी मंत्री नहीं है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ज्ञानू ने अपने साथ 12 से ज्यादा विधायक होने का दावा किया साथ ही कहा कि समय आने पर फैसला करेंगे.
उन्होंने कहा कि कैबिनेट विस्तार में भाजपा ने जाति , क्षेत्र और छवि का ख्याल भी नही रखा भाजपा विधायक ने सवर्णों की अनदेखी का आरोप लगाया और कहा कि लगता है कि भाजपा को सवर्णों का सिर्फ वोट चाहिए. कहा कि हमें चिंता है कि पार्टी में अपर कास्ट के लोगों को इग्नोर किया गया है. डीप्टी सीएम के पद के लिए अपर कास्ट के 50 प्रतिशत लोग दौड़ में थे, लेकिन उन्हें कोई पद नहीं दिया गया.
प्रभावशाली और अच्छे लोगों को छोड़कर दागी लोगों को पद दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश मिश्रा जैसे पढ़े लिखे लोगों को मंत्री नहीं बनाया गया. उनकी जगह जिन पर कई केस दर्ज हैं उन्हें तवज्जो दी गई. नीतीश कुमार के डीप्टी सीएम के लिए तीन नेताओं के नाम पर सहमत नहीं होने को लेकर बाढ़ विधायक ने कहा कि ये फैसला नीतीश कुमार के नहीं भाजपा के हाथ में था.
भाजपा विधायक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के सामने गलत तस्वीर पेश करके उनको भ्रमित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि तमाम अगड़ी जाति के विधायक नाराज हैं और दर्जनभर विधायकों से हम बातचीत कर रहे हैं. उन्होंने साफ कहा कि ऐसे ही अन्याय होता रहेगा तो बहुत जल्द हम लोग फैसला लेंगे. भाजपा में जो कुछ भी हो रहा है वो ठीक नहीं है.
Posted By: Utpal kant