नाबालिग से रेप का मामला, पीड़िता ने कहा-मौसेरे भाई ने किया दुष्कर्म
पटना में नाबालिग के साथ हुई रेप की घटना में पीड़िता ने बदला बयान, कहा-पिछले मार्च मौसेरे भाई ने उसके साथ रेप किया था.
पटना : कदमकुआं थाना क्षेत्र के पूर्वी लोहानीपुर में नाबालिग के साथ हुई रेप की घटना की कहानी बदल गयी है. मंगलवार को पीड़िता की मां के आवेदन पर पड़ोस में रहने वाले इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे छात्र ज्ञान विष्णु आर्या के खिलाफ रेप का केस दर्ज किया गया था. बुधवार को उसकी गिरफ्तारी हुई और गुरुवार को उसे जेल भेज दिया गया है, जबकि आरोपित छात्र पूरी घटना से इन्कार करता रहा. छात्र के जेल जाने के बाद जब पीड़िता का महिला थाने में 161 के तहत पुलिस के समक्ष बयान हुआ, तो कहानी बदल गयी.
पीड़िता ने कहा कि उसके पेट में ज्ञान विष्णु का बच्चा नहीं, बल्कि पीड़िता के मौसेरे भाई दीपक का बच्चा पल रहा है. उसने कहा कि पिछले मार्च में दीपक ने उसके साथ रेप किया था. पीड़िता के बयान के बाद दीपक मुख्य आरोपित बन गया है. आलमगंज के रहने वाले मौसेरे भाई दीपक की तलाश की जा रही है. अब सच्चाई जानने के लिए पुलिस डीएनए टेस्ट करा सकती है, क्योंकि मां ने छात्र को आरोपित बनाया है, जबकि पीड़िता ने अपने मौसेरे भाई को कटघरे में खड़ा किया है.
निर्दोष साबित होने तक ज्ञान विष्णु को रहना पड़ेगा जेल में
रेप की कहानी उलझ गयी है. आरोप में पकड़े गये छात्र ज्ञान विष्णु आर्या अगर निर्दोष है, तो उसके साथ अन्याय हुआ है. असली आरोपित को बचाने के लिए उसे फंसाया गया है. पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है. अब जब तक वह निर्दोष साबित नहीं होगा, तब तक उसे जेल में रहना पड़ेगा. हालांकि पीड़िता का अभी कोर्ट में बयान नहीं हुआ है. अगर 164 के कलमबंद बयान में भी पीड़िता ने अपने मौसेरे भाई का नाम लिया, तो जेल भेजे गये ज्ञान विष्णु आर्या के जेल से बरी होने का रास्ता खुल जायेगा. फिलहाल पीड़िता के बयान से उसके परिवार वाले भी दंग हैं.
पीड़िता के परिजनों ने पुलिस के सामने छिपायी सच्चाई
कदमकुआं थाने में पूछताछ के दौरान पुलिस को परिजनों पर डाउट हुआ था. लेकिन परिवार वाले छात्र को ही आरोपित बताते रहे. लेकिन उसके जेल जाने के बाद पीड़िता ने अपने बयान में सबकुछ बदल कर रख दिया है. यहां बता दें कि मंगलवार को पीड़िता की मां ने रेप का केस दर्ज कराया था. उसने नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी थी, जिसमें पुलिस ने पॉक्सो एक्ट एवं रेप के आरोप में केस दर्ज किया था. पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है. उसके बाद दीपक का नाम सामने आया है. फिलहाल जांच चल रही है.