चमकी बुखार: पीड़ितों की संख्या पहुंची 39, एक और बच्चे में एइएस की पुष्टि, रखें इन बातों का ध्यान…
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार अहियापुर के रहने वाले पलटू राम के चार वषीय पुत्र रवि कुमार में एइएस की पुष्टि हुई है. इससे पहले पिछले दस दिनों में एसकेएमसीएच में 15 बच्चे पीड़ित होकर पीकू में भर्ती हुए हैं.
मुजफ्फरपुर: गर्मी बढ़ी तो जिले में एइएस के केस बढ़ने लगे हैं. हर दिन बच्चे एइएस से पीड़ित होकर एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में भर्ती हो रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार अहियापुर के रहने वाले पलटू राम के चार वषीय पुत्र रवि कुमार में एइएस की पुष्टि हुई है. इससे पहले पिछले दस दिनों में एसकेएमसीएच में 15 बच्चे पीड़ित होकर पीकू में भर्ती हुए हैं. हालांकि, इस दौरान किसी बच्चे की मौत नहीं हुई, सभी स्वस्थ होकर घर लौटे चुके हैं.
सही समय पर मिलेगा इलाज तो बच जाएगी जान
जनवरी माह से 10 जून तक एसकेएमसीएच के पीकू में कुल 39 केस आये हैं. इनमें जिले के 26 केस हैं, जबकि सीतामढी, शिवहर पूवी व पश्चिमी चंपारण के बच्चे पीड़ित होकर एसकेएमसीएच के पीकू में भर्ती हुए हैं. सिविल सर्जन उमेश चंद्र शर्मा ने कहा कि बच्चे की बढ़ रही संख्या को देखते हुए जिले में एइएस को लेकर जागरूकता बढ़ा दी गयी है. बच्चों को धूप में नहीं निकलने और बासी खाना नहीं खाने की सलाह दी जा रही है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि बच्चों को इलाज के लिए एसकेएमसीएच लाया जा रहा है. बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे पीकू वार्ड में भर्ती कर एइएस के प्रोटोकॉल के तहत इलाज शुरू किया जाता है. उन्होंने कहा कि बीमार पड़ने पर अगर बच्चे को सही समय पर इलाज की सुविधा मिले तो उसकी जान बचायी जा सकती है.
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ऐसे करें बचाव
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बच्चे को धूप से बचाये, क्योंकि इससे डिहाइड्रेशन हो जाता है और इसकी वजह से बच्चों की रुचि भोजन व पानी में कम हो जाती है.
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बच्चों को रात में खाली पेट न सोने दें. सोने के समय नींबू पानी, शक्कर अथवा ओआरएस का घोल पिलाएं
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चमकी बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.