बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान कई बड़े बयान दिए. सीएम ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि ये एनडीए पहले जैसी नहीं है. अटल बिहारी वाजपेयी के एनडीए वाली अब बात नहीं है. वहीं विपक्षी खेमा I.N.D.I.A को लेकर सीएम ने कहा कि सब तय हो रहा है. आगे अभी बहुत कुछ तय होना है. भाजपा घबराई हुई है. सीएम ने राजस्व विभाग में हुए ट्रांसफर-पोस्टिंग को रद्द किए जाने के मामले पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. जबकि कैबिनेट विस्तार पर भी नीतीश कुमार बोले.
नीतीश कुमार ने कारगिल युद्ध में शहीद जवानों को बुधवार को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए सीएम ने मणिपुर की घटना की निंदा की. सीएम ने कहा कि पूरा विपक्ष इस मसले पर एकजुट है. जो घटना वहां हुई है और महिलाओं के साथ जो हुआ है वो सबने देखा. इसपर उन्हें(पीएम) को बोलना चाहिए. काफी समय से ये कहा जा रहा था कि वो वहां जाएं. मणिपुर की घटना के खिलाफ विपक्ष एकजुट हुआ है और इसलिए अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है.
वहीं गठबंधन को लेकर बोले कि भाजपा पर अब खतरा हो गया है. हम इतना दिन से लगे हुए थे. दो बैठक हुई. गठबंधन का नाम रखा जा चुका है. आगे अभी और बैठक होना है. कौन कहां से लड़ेगा और देशहित में पॉलिसी आगे बनेगी. एनडीए उसी समय मीटिंग बुलाई. अटल जी के समय मीटिंग होती थी. उसके बाद नहीं हुई. अब हालत ऐसी हो गयी है कि घबराकर बैठक कर रहे. ऐसे दलों को जोड़े हैं जिसका कोई नाम नहीं जानता है.
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नीतीश कुमार ने हाल में राजस्व विभाग में हुए तबादले को रद्द करने के फैसले पर कहा कि इसपर कोई विवाद नहीं है. सबसे बातचीत करके ही फैसला लिया गया है. इसपर कोई विवाद नहीं है. जो सही लगा और सबका सुझाव आया, वही किया गया है. सीएम बोले की सूचना आई कि अनावश्यक तरीके से कई तबादले हुए. हमारे पास जब शिकायत आई तो सबने तय किया कि इसे नये तरीके से किया जाए. उसके बाद ही ये किया गया.
सीएम ने कहा कि जो इतिहास बदलना चाह रहे हैं वो जान लें कि अब इतिहास नहीं बदलेगा. नई पीढ़ी के लोगों को जागरूक किया जा रहा है. वो एकबार भी बापू का नाम नहीं लेते. अटल बिहारी वाजपेयी जी सही थे. अब ये लोग आए हैं तो अलग-तौर तरीके से चलने लगे हैं. देश के इतिहास को ये बदलना चाह रहे हैं इसलिए हम इन लोगों से अलग हो गए. बिहार में हमलोग इतना काम किए. उनके लोग कहते हैं कि केंद्र से कर रहे हैं. पर ये हम कर रहे हैं. वो नहीं कर रहे. हमारा उद्देश्य लोगों के हित में काम करना है. सबके हित में हम बिना आपस में विवाद किए काम करते हैं.
नीतीश कुमार से जब पूछा गया कि पीएम नरेंद्र मोदी एनडीए की जीत का दावा कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि वो घबराए हुए हैं. उन्हें जो दावा करना है वो करें. एनडीए अब है ही नहीं. अटल बिहारी वाजपेयी के समय एनडीए था.
बता दें कि बिहार राजस्व सेवा के राजस्व अधिकारी व समकक्ष पद सहित अंचल अधिकारी व समकक्ष पद पर 479 पदाधिकारियों का स्थानांतरण-पदस्थापन मंगलवार को निरस्त कर दिया गया. यह कार्रवाई मुख्यमंत्री सचिवालय के निर्देश पर की गयी. इसे लेकर सूबे में सियासी घमासान मचने की आशंका थी. जिसपर मुख्यमंत्री ने अब विराम लगा दिया है. उन्होंने जब मीडिया के सामने बयान दिए तो डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी वहां मौजूद थे. सीएम ने कहा कि सबसे राय लेकर ही ये फैसला लिया गया और विवाद इसमें कहीं नहीं है.
बताते चलें कि विपक्षी दल अब एनडीए के खिलाफ एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं. नीतीश कुमार की पहल पर ये हो रहा है. इसे लेकर दो बैठकें हो चुकी हैं. सीएम नीतीश कुमार भाजपा से अलग होने के बाद अब आगामी चुनाव में बीजेपी को केंद्र की गद्दी से दूर रखने के लिए प्रयासरत हैं. कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल अबतक साथ आए हैं. वहीं इस नए गठबंधन का नाम I.N.D.I.A रखा गया है. जिसपर सियासी बयानबाजी भी तेज है. उधर एनडीए ने भी अपना कुनबा बड़ा कर लिया है. हाल में ही एनडीए की ओर से एक बैठक की गयी.