‘बेचारे DGP दो महीने में रिटायर होने वाले हैं..’, नीतीश कुमार ने फर्जी फोन कॉल मामले में क्या कहा, जानें
बिहार के डीजीपी को फेक कॉल करने का मामला अब सियासी रंग पकड़ चुका है. भाजपा ने डीजीपी एसके सिंघल पर निशाना साधा है तो अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डीजीपी के बचाव में आए हैं. जानिये क्या बोले सीएम नीतीश कुमार
बिहार के डीजीपी एस के सिंघल (Bihar DGP) को फ्रॉड अभिषेक अग्रवाल के द्वारा चीफ जस्टिस बनकर कॉल करने के मामले ने अब सियासी रंग पकड़ लिया है. भाजपा ने बिहार के डीजीपी एस के सिंघल को निशाने पर लिया. वहीं अब इस मामले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया सामने आई है जिसमें उन्होंने डीजीपी का बचाव किया है. इस पूरे मामले पर सीएम ने जांच की बात भी कही है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा…
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस पूरे मामले की जांच चल रही है. डीजीपी को लेकर उन्होंने कहा कि बेचारे दो महीने में रिटायर करने वाले हैं. वो बढ़िया ही काम कर रहे हैं. अब किसी ने दूसरे के नाम से फोन कर दिया. इसका खुलासा भी जांच में हुआ.
जालसाज का दावा
बता दें कि बिहार के डीजीपी पर भाजपा ने तब निशाना साधा जब फर्जी जज बनकर आइपीएस आदित्य कुमार की पैरवी करने वाले अभिषेक अग्रवाल ने ये कहा कि डीजीपी भी उसके झांसे में आ गये थे. कई बार डीजीपी ने कॉल बैक तक किया. वहीं गया के पूर्व एसएसपी के केस को भी हटा दिया.
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भाजपा का हमला तो डीजीपी ने तोड़ी चुप्पी
बता दें कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बिहार के डीजीपी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जब डीजीपी एक फ्रॉड के झांसे में आ सकते हैं तो आम पुलिस फोर्स की क्या हालत होगी. उन्होंने कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठाये. इसके जवाब में डीजीपी सिंघल ने भी अपनी चुप्पी तोड़ी और कहा कि ये मामला बेहद पेंचिदा है. वो राजनीतिक बयानों पर कुछ नहीं कहेंगे लेकिन समय के साथ बहुत कुछ सामने आना बाकि है.