जाति आधारित जनगणना के मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार की पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की खबर जल्द आ सकती है. बुधवार को सीएम नीतीश कुमार ने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा बहुत जल्द इस संबंध में खबर मिल जाएगी. कटिहार और पूर्णिया के बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा लेने के बाद पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों ने सीएम नीतीश कुमार से सवाल किया केंद्र से आपके पत्र का कोई जवाब आया है? जवाब में सीएम नीतीश ने कहा बहुत जल्दी आपको खबर मिलेगी.
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना कराए जाने को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात का समय मांगा है. इस संबंध में उन्होंने पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी है. मुख्यमंत्री के पत्र के मिलने की सूचना प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से भेजी गई है. दो दिन पूर्व मुख्यमंत्री ने जनता दरबार के बाद पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा था कि अब तक केंद्र से मुलाकात के समय को लेकर कोई जानकारी नहीं आई है. कोई सूचना मिलने के बाद आगे का विचार होगा.
बाढ़ को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने कहा राज्य में बाढ़ राहत पैकेज की घोषणा की जाएगी. बुधवार को उन्होंने कटिहार और पूर्णिया जिले के बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया और कटिहार के बरारी और पूर्णिया के रूपौली में राहत केंद्रों का जायजा भी लिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से हुई क्षति के मामले में मदद के लिए हम लोग अपनी तरफ से केंद्र सरकार से मांग करते हैं. यह हम लोगों का प्रावधान है. उन्होंने कहा कि इस बार गंगा नदी का जल स्तर बढ़ा है. उसी के चलते बहुत जगहों पर नुकसान हुआ है. यह कोशिश रहती है कि बाढ़ पीड़ितों में कहीं कोई छूट नहीं जाए. बाढ़ पीड़ितों के रहने की व्यवस्था करने के साथ-साथ उनकी मदद भी की जा रही है. फसल की जो क्षति हुई है या खेती में जो भी नुकसान हुआ है, उसके लिए भी काम करना है. मवेशियों के लिए भी व्यवस्था की जा रही है. उनके रहने और चारे का भी इंतजाम किया गया है.
मुख्यमंत्री श्री @NitishKuma ने कटिहार में बरारी के बी.एम. कॉलेज, लक्ष्मीपुर, सामुदायिक रसोई का निरीक्षण किया और राहत केंद्र में लोगों से मुलाकात की । pic.twitter.com/FFkqtn2gZY
— IPRD Bihar (@IPRD_Bihar) August 18, 2021
सीएम नीतीश कुमार ने बताया कि उन्होंने पूरे इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया. इस दौरान दो जगहों पर लोगों से मिलकर बातचीत भी की है. वहां जो व्यवस्था की गई है, उसे भी देखा है, हम लोगों की बातों को सुनते हैं, उनकी समस्याओं का समाधान करते हैं. 2007 से ही हम लोगों ने सारी पॉलिसी बना दी है. उसको और बेहतर करते हुए हर किसी को सहायता दी जाती रही है.