कोरोना से मुक्ति के लिए महिलाओं ने कोसी नदी तट पर की पूजा-अर्चना, चढ़ाया दही-चूड़ा का प्रसाद
कोरोना संक्रमण से जहां पूरे देश में अफरातफरी का माहौल बना हुआ है.वहीं देश के अलग-अलग कोने से इससे जुड़ी आस्था की खबरें भी सामने आती रही हैं.कोरोना से मुक्ति के लिए कहीं गीत गा रही महिलाओं का वीडियो सामने आ चुका है तो कहीं पूजा पाठ से इसे दूर करने की प्रार्थनाओं का. अब बिहार के सुपौल से भी कुछ ऐसा ही वाक्या सामने आया है.
कोरोना संक्रमण से जहां पूरे देश में अफरातफरी का माहौल बना हुआ है.वहीं देश के अलग-अलग कोने से इससे जुड़ी आस्था की खबरें भी सामने आती रही हैं.कोरोना से मुक्ति के लिए कहीं गीत गा रही महिलाओं का वीडियो सामने आ चुका है तो कहीं पूजा पाठ से इसे दूर करने की प्रार्थनाओं का. अब बिहार के सुपौल से भी कुछ ऐसा ही वाक्या सामने आया है.
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नदी तट पर दीप जलाकर दही चूड़ा चढ़ाया :
प्रखंड क्षेत्र के बलुआ बाजार स्थित कोशी बड़ी नहर मेन केनाल के 54-आरडी पर शुक्रवार को दर्जनों महिलाओं ने कोरोना वायरस जैसी महामारी के संक्रमण से बचाव व मुक्ति पाने के लिए नदी तट पर पूजा अर्चना की. महिलाओं ने कोसी माता से आराधना करते हुए नदी तट पर दीप जलाकर व दही चूड़ा का चढ़ावा किया. साथ ही आस्था और विश्वास के साथ करोना जैसे महामारी से मुक्ति दिलाने की कामना की.
कोरोना से मुक्ति के लिए कर रही पूजा :
उनका मानना है कि यह पूजा कोरोना महामारी को दूर करने में मददगार साबित होगा.यह पूजा इसलिए की जा रही है ताकि आम लोग इस संक्रमण से सुरक्षित रह सकें. उपस्थित महिलाओं में शामिल कविता देवी, वीणा देवी, रीना देवी, अमूलिया देवी, सुलेखा देवी, रंजू देवी आदि ने बताया कि स्वप्न में देखा गया है कि कोसी नदी तट पर महिलाएं उपवास कर कोसी माता से कोरोना महामारी से बचाव का संकल्प लेंगी तो इस बीमारी से मुक्ति मिलेगी. तभी से महिलाओं द्वारा कोरोना से मुक्ति को लेकर पूजा-आराधना की जा रही है.
Posted by : Thakur Shaktilochan Sandilya