बिहार में कोरोना की दूसरी लहर दिन पर दिन खतरनाक होती जा रही है. ऐसे में कोरोना को जरा सा भी हल्के में न लें. मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग अपनाए रखना बेहद जरूरी हो चुका है. अगर तब भी आपको भरोसा नहीं है तो आंकड़े देख सकते हैं. बीते एक हफ्ते के ये आंकड़े न सिर्फ सावधान कर रहे हैं बल्कि डरा भी रहे हैं.
मंगलवार को सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 24 घंटे के दौरान 4157 नये मामले आए वहीं इसी दौरान 18 कोरोना मरीजों की मौत भी हुई है. जबकि सोमवार को मात्र 2999 नये कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए थे. इसमें सबसे ज्यादा हालत खराब राजधानी पटना में है. बिहार में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, वैसे में आशंका ये है कि सरकार लॉकडाउन या नाइट कर्फ्यू जैसा कोई कड़ा कदम उठा सकती है.
सोमवार को पूरे राज्य में 2999 नये कोरोना संक्रमण के मामले सामने आये, जो रविवार के मुकाबले 757 कम थे. रविवार को संक्रमण के 3756 नये मामले दर्ज किये गये थे. वहीं, संक्रमण के लिहाज से पटना में स्थिति और खराब होती जा रही है. पस्वास्थ्य विभाग भी एक्टिव नजर आ रहा है.
टना जिले में कोरोना के मामले हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहे हैं. अप्रैल महीने में मंगलवार को लगातार चौथे दिन एक हजार के पार मरीज मिले हैं. जिले में मंगलवार को 1205 नये मरीज संक्रमित पाये गये हैं. इनमें से करीब एक हजार से अधिक मरीज अकेले पटना के हैं.
वहीं बाकी मरीज मुंगेर, पूर्णिया, गया, औरंगाबाद, भोजपुर व बक्सर आदि जिले के हैं, जिनका कोरोना टेस्ट शहर के पीएमसीएच, एनएमसीएच, गार्डिनर रोड अस्पताल, एम्स, राजवंशी नगर समेत अन्य अस्पतालों में किया गया है. जिले में कोरोना से हालात बिगड़ते जा रहे हैं, जिसको देखते हुए
पटना जिले में तेजी से बढ़ते मरीजों की वजह से कोरोना के एक्टिव मामले भी बढ़ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार जिले में कोरोना के 7557 हजार मरीज हो गये हैं. सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि अस्पतालों में कोरोना टेस्टिंग और वैक्सीनेशन की कार्य निःशुल्क किया जा रहा है. लोग आधार कार्ड दिखाकर अपने नजदीक के अस्पताल में जाकर टीका ले सकते हैं. जिले में जहां होम आइसोलेशन की व्यवस्था की गयी है
Posted by: Utpal kant