बिहार के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल पटना एम्स में कोरोना बम फूटा है. कोरोना संक्रमितों की जान बचाने में जुटे 384 डॉक्टर्स, नर्स और अन्य हेल्थ स्टाफ अब तक कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. महामारी से ग्रसित इतनी बड़ी संख्या के अस्पताल में सामने आने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग, आपदा प्रबंधन और अस्पताल प्रबंधन में सनसनी है. अस्पताल में दहशत का माहौल बन गया है.
कोरोना की दूसरी लहर में पटना एम्स में कुल 384 डॉक्टर और स्टाफ संक्रमित हुए हैं. हालांकि इसमें से कुछ लोग ठीक हो चुके हैं. वर्तमान में 134 स्टाफ और डॉक्टर कोरोना की चपेट में हैं. इसमें 14 फैकल्टी, 30 रेजीडेंट और 90 स्टाफ शामिल हैं. इससे एम्स में ओपीडी और कोविड उपचार प्रभावित हो रहा है.
इससे पहले पटना में पीएमसीएच, एनएमसीएच आदि बड़े अस्पतालों में सैकड़ों डाक्टरों एवं नर्सिंग स्टाफ के कोरोना पॉजिटिव मिलने की सूचना सामने आ चुकी है. बुधवार को एम्स के डायरेक्टर ने एक ही समय 384 लोगों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि की तो हड़कंप मच गया.
इधर, 90 फीसदी से ज्यादा स्टाफ के संक्रमित होने के बाद पटना के कई निजी क्लीनिक और अस्पतालों का संचालन मुश्किल होने लगा है. कई तो बंद होने की कगार पर हैं. कोरोना की चपेट में आने के बाद ज्यादातर डॉक्टर और स्टाफ होम कोरेंटिन में रह रहे हैं.
बिहार में कोरोना संक्रमण लगातार चरम पर पहुंचता जा रहा है. कोरोना संक्रमण की रफ्तार चौंकाने वाली है. प्रदेश में पिछले चौबीस घंटे में एक दिन में अब तक के सबसे अधिक 12222 कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. 20 अप्रैल की तुलना में 1767 कोविड मरीज अधिक मिले हैं. इस तरह प्रदेश में आज औसतन 16 फीसदी अधिक मरीज मिले हैं. पटना अभी भी कोरोना संक्रमण के लिहाज से सर्वाधिक संवदेनशील बनी हुई है. यहां एक दिन में अभी तक के सबसे अधिक 2919 मरीज मिले हैं.
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Posted By: Utpal Kant