कोरोना काल में स्पॉट बिलिंग का काम बंद, बिजली बिल चाहिए तो 7666008833 पर मिस्ड कॉल दें, ऑनलाइन पेमेंट पर विशेष छूट मिलेगी
कोरोना संकट काल में स्पॉट बिलिंग का काम बंद है. ऐसे में आपको अपने बिजली बिल की जानकारी चाहिए या बकाया राशि के बारे में जानना चाहते हैं तो आप 7666008833 नंबर पर मिस्ड कॉल कर सकते हैं. बिजली कंपनियां बिल से संबंधित सारी जानकारी आपको तत्काल दे देंगी
कोरोना संकट काल में स्पॉट बिलिग का काम बंद है. ऐसे में आपको अपने बिजली बिल की जानकारी चाहिए या बकाया राशि के बारे में जानना चाहते हैं तो आप 7666008833 नंबर पर मिस्ड कॉल कर सकते हैं. बिजली कंपनियां बिल से संबंधित सारी जानकारी आपको तत्काल दे देंगी. यह नंबर पूरे बिहार के उपभोक्ताओं के लिए है.
इस नंबर को बीते साल उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए जारी किया था मगर मौजूदा वक्त में यह ज्यादा उपयोगी साबित हो रहा है. बिजली विभाग का कहना है कि कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है और इसमें हर तरह से खतरा है. इस माह विभाग स्पॉट बिल नहीं करेगा. ऐसे में बिजली का बिल औसत खपत पर आधारित होगा.
अधिकारियों का कहना है कि उपभोक्ता अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से 7666008833 नंबर पर मिस्ड कॉल कर जानकारी ले सकते हैं या फिर वह sbpdcl.co.in पर ऑनलाइन बिल देख सकते हैं. साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन ने लोगों से अपील की है कि लॉकडाउन के दौरान बिजली का बिल जरूर जमा करें.ऑनलाइन बिल पेमेंट को प्राथमिकता दी जाएगी.
ऑनलाइन बिल पेमेंट करने वालों को एक प्रतिशत अतिरिक्त छूट दी जाएगी. केवल विशेष परिस्थिति में ही काउंटर खोले जाएंगे. सुबह 7 से 11 बजे तक काउंटर खुलेंगे. इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जाएगा. गौरतलब है कि सुविधा एप के माध्यम से उपभोक्ता अपना बिजली बिल स्वयं निकालकर ऑनलाइन जमा कर सकते हैं.
कैसे मिलेगी बिजली बिल की जानकारी
बिजली बिल के लिए पहले मोबाइल नंबर को रजिस्टर्ड कराना पड़ेगा. यदि आपका नंबर पहले से बिजली कंपनी में रजिस्टर्ड है तो मिस्ड कॉल करने पर पूरा बिल और बकाया राशि का ब्योरा आपके मोबाइल पर आ जाएगा. अगर किसी का मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड नहीं है तो मिस्ड कॉल के बाद उसके मोबाइल पर एक एसएमएस जाएगा, जिसमें ओटीपी के साथ आगे के लिए एक लिंक मिलेगा. उपभोक्ता उस लिंक को खोल कर अपना सीए (कंज्यूमर एकाउंट) नंबर, मोबाइल नंबर तथा ओटीपी डालेगा तो मोबाइल रजिस्टर्ड हो जाएगा.
Posted By: Utpal Kant