पटना. कोरेना के लक्षण सर्दी, जुकाम, बुखार और गले में दर्द से पीड़ित मरीजों की पहचान की जायेगी. इनकी सूची तैयार करने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किया गया है. इसके अलावा टीकाकरण से वंचित बुजुर्गों की पहचान भी होगी. इसके लिए फरवरी के पहले सप्ताह से विशेष अभियान चलाया जायेगा. इनमें नियमित टीकाकरण से वंचित दो साल तक के बच्चों की भी पहचान की जायेगी. स्वास्थ्य विभाग इसकी तैयारी तेज करने जा रहा है. सिविल सर्जन डॉ विभा सिंह ने बताया कि नियमित टीकाकरण सहित दूसरी बीमारी से पीड़ित मरीजों की पहचान के लिए हाल ही में बैठक आयोजित की गयी थी.
इसमें पल्स पोलियो अभियान के तहत इस नये अभियान को चलाने का निर्णय लिया गया है. इसके तहत दो सदस्यों की टीम घर-घर जायेगी. यह अभियान शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में चलेंगी. ग्रामीण इलाकों के लिए आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को शामिल किया जायेगा. जो बच्चे व बुजुर्ग वैक्सीन से छूट गये हैं, उन्हें पास के केंद्रों पर जाकर वैक्सीन लगाने के लिए कहा जायेगा.
पटना जिले में कोरोना संक्रमण को देखते हुए गर्भवती महिलाओं के लिए शहर के मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में अलग आइसोलेशन वार्ड बनाने का निर्देश जारी किया गया है. आइसोलेशन वार्ड में 10 बेड गर्भवती महिलाओं के लिए रहेगा. इसमें वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एचएफएनसी सहित अन्य की व्यवस्था रहेगी. अगर कोई गर्भवती महिला संक्रमित होती है, तो उसका इलाज यहां होगा.
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यह सुविधा शहर के पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एनएमसीएच, आइजीआइएमएस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में होंगे. कोरोना संक्रमण की शिकार गर्भवती महिलाएं भी हो रही हैं. अब तक करीब 150 गर्भवती महिलाएं संक्रमित हो चुकी हैं. अकेले पीएमसीएच में अब तक सात संक्रमित महिलाओं का प्रसव कराया जा चुका है. इसको देखते हुए संबंधित अस्पतालों में अलग से व्यवस्था की गयी है.