Bihar Coronavirus Update: बिहार में कोरोना (Bihar Me Corona) की दूसरी लहर में मौत का तांडव नजर आ रहा है. बीते दिन ही करीब 100 लोगों की जान कोरोना ने ले ली. बिहार में कोरोना की दूसरी लहर अब तक 46 डॉक्टरों की जान ले चुकी है. रविवार को पटना जिले के बिक्रम प्रखंड में पदस्थापित डॉ जनरल शर्मा का निधन कोरोना से हो गया. वहीं, औरंगाबाद जिले में आइएमए के जिला कोषाध्यक्ष डॉ. रामाशीष सिंह समेत तीन प्रमुख लोगों की कोरोना से मौत हो गयी है.
डॉक्टरों के निधन को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बिहार शाखा की ओर से रविवार को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. मौके पर आइएमए के वरीय अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने बताया कि पहली लहर में 50 से अधिक व दूसरी लहर में भी अब तक 46 डॉक्टर जान गंवा चुके हैं. उनकी याद में आइएमए के सभी डॉक्टरों ने दो मिनट का मौन रख डॉक्टरों को याद करते हुए विस्तार से बताया.
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बिहार शाखा ने बिहार समेत संपूर्ण देश में केंद्र सरकार से संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की मांग की है. आइएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने बताया कि कोरोना का प्रकोप बिहार में पूरी तरह से फैल गया है देखते हुए सरकार से संपूर्ण लॉक लॉक डाउन की मांग की है जिसका समर्थन एम्स के डायरेक्टर डॉ पीके सिंह आइएमएस के डायरेक्टर डॉ एन आर विश्वास समेत सभी मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष व सीनियर डॉक्टरों ने की है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहर के सरकारी अस्पतालों में लाख बेड बढाने के दावे किये जा रहे हैं, लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल अलग है. आम मरीज के साथ-साथ वीआइपी व यहां तक कि डॉक्टर के परिजन, रिश्तेदारों को भी बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. इस तरह का नजारा रविवार को आईजीएमस और पीएमसीएच में देखने को मिला, जहां दोनों ही अस्पताल में बेड नहीं मिलने की वजह से एक महिला डॉक्टर के रिश्तेदार भर्ती नहीं हो सके और उनकी हालत काफी गंभीर हो गयी.
महिला के मुताबिक वह पीएमसीएच में डॉक्टर हैं. उनके मामा ओम प्रकाश, जिनकी तबीयत काफी कोविड की वजह से पिछले पांच दिन से काफी खराब हो गयी. अचानक ऑक्सीजन लेवल कम होने की वजह से महिला डॉक्टर पीएमसीएच व आइजीआइएमएस का चक्कर लगायी, लेकिन बेड के अभाव में मरीज भर्ती नहीं हो सके. अंत में परिजन उन्हें एम्स लेकर चले गये.
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Posted By: Utpal Kant