खगड़िया: सदर थाना में पदस्थापित एएसआइ सुरेन्द्र कुमार यादव ने रविवार को सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली. जानकारी के अनुसार मृतक एएसआइ मालखाना के चार्ज मिलने से परेशान चल रहे थे. आठ दिन पहले ही वे पटना से इलाज करवा कर लौटे थे. घटना के बाद सहरसा स्थित पैतृक आवास से पहुंचे भाई वीरेन्द्र ने बताया कि फोन पर बातचीत होती रहती थी. इसी दौरान उन्होंने बताया कि मालखाना में काफी पेडिंग है, दबाव बहुत है, बहुत डिप्रेशन में है.
घटना के बाद एएसआइ सुरेन्द्र कुमार यादव की मौत के कारणों का पुलिस पता लगा रही है. एसपी अमितेश कुमार ने कहा कि पूरे सम्मान के साथ एएसआइ को अंतिम विदाई दी जायेगी. बता दें कि नगर थाना में मालखाना इंचार्ज एएसआई सुरेन्द्र ने रविवार को दिन के करीब तीन बजे आवास में सर्विस पिस्टल से सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली. इधर, घटना के बाद दिन भर अस्पताल में गहमागहमी बनी रही. डीएम एसपी से लेकर कई अधिकारियों ने पहुंच कर घटना की जानकारी ली. एसपी ने पूरे मामले में जांच के आदेश दिये हैं.
बता दें कि सोनवर्षा के दुधैला गांव निवासी मृतक एएसआइ सुरेंद्र कुमार यादव 1996 में सिपाही बने थे. बेहतर काम करने के कारण उन्हें एएसआइ बनाया गया था. बीते छह माह पूर्व चौथम थाना से नगर थाना में तैनात किये गये थे. नगर थाना में उन्हें मालखाना का चार्ज दिया गया था. नगर थाना परिसर स्थित आवास में दो टाइगर मोबाइल के जवान के साथ रहते थे.
बताया जाता है आगामी सोमवार को घर जाने की बात जवानों से कह रहे थे. रविवार की सुबह एएसआइ सुरेंद्र यादव मेस का हिसाब कर भुगतान किया था. दुध वाले का भी हिसाब कर रुपये सहयोगी साथी को रविवार की सुबह दे रहे थे. लेकिन रूम में रहने वाले जवान ने कहा अपने हाथ से भुगतान कर दें. नगर थाना के एसआइ नीरज कुमार ठाकुर, एसआइ बीरबल कुमार राय आदि ने बताया कि सुरेंद्र यादव व्यावहारिक व मृदुभाषी थे. इस तरह की घटना का अंजाम कैसे दिये यह पता नहीं चल रहा.
फिलहाल नगर थाना पुलिस द्वारा घटना में उपयोग किये गये पिस्टल व कारतूस को जब्त कर लिया गया. नगर थाना में पदस्थापित एएसआइ सुरेन्द्र कुमार यादव ने रविवार को अपने सर्विस पिस्टल से सिर में गोली मार ली. जिसके कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गयी. बताया जाता है कि मृतक एएसआइ सहरसा जिले के सोनवर्षा थाना क्षेत्र के दुधैला गांव निवासी चित्तनारायण यादव के पुत्र सुरेन्द्र कुमार यादव बीते 6 माह से नगर थाना में मालखाना इंचार्ज के पद पर तैनात थे.