Bihar crime:भागलपुर के अपार्टमेंट में इस वजह से की गई थी गार्ड की हत्या,परिजनों ने मुआवजा देने की मांग की
Bhagalpur crime news: श्रीनिकेतन अपार्टमेंट में बतौर गार्ड रहने वाले रजौन निवासी पुरुषोत्तम हत्याकांड मामले में परिजन पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर परिजन सीधे श्रीनिकेतन अपार्टमेंट पहुंचे. परिजनों ने अपार्टमेंट के लोगों व सेक्रेटरी से मुआवजा राशि देने की मांग की.
भागलपुर: जोगसर थाना क्षेत्र के चंडी प्रसाद लेन स्थित श्रीनिकेतन अपार्टमेंट में बतौर गार्ड रहने वाले रजौन निवासी पुरुषोत्तम उर्फ चुल्हो की गला रेत हत्या कर दी गयी थी. जबकि उसके साथ कमरे में मौजूद उसके साथी साजन का भी गला रेता गया था, जिसकी स्थिति अब तक गंभीर बनी हुई है. घटना के अगले दिन गुरुवार को एसएसपी बाबू राम और सिटी एसपी स्वर्ण प्रभात घटनास्थल की जांच करने पहुंचे. जांच के दौरान कई सामान की बरामदगी की गयी. पुलिस ने प्रेम-प्रसंग या अवैध संबंध में हत्या होने की आशंका जताई है.
इधर, गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद पुरुषोत्तम का शव लेकर परिजन सीधे श्रीनिकेतन अपार्टमेंट पहुंचे. उन्होंने अपार्टमेंट के लोगों व सेक्रेटरी से दाह संस्कार करने के लिए मुआवजे की मांग की. साथ ही आरोप लगाया कि घटना के बाद से लेकर अब तक अपार्टमेंट का कोई भी व्यक्ति उन लोगों सुधी लेने तक नहीं पहुंचा.
नेत्रहीन मां का इकलौता सहारा था पुरुषोत्तम
शव लेकर अपार्टमेंट पहुंचे परिजनों का आरोप था कि घटना के बाद से लेकर पोस्टमार्टम कराने तक अपार्टमेंट का कोई भी व्यक्ति या मकान मालिक उनसे मिलने तक नहीं पहुंचा. परिजनों ने बताया कि वे लोग काफी गरीब हैं. पुरुषोत्तम घर का इकलौता कमाने वाला सदस्य था. उसकी वेतन से परिवार का भरण पोषण होता था. परिवार के लोगों ने बताया कि पुरुषोत्तम के घर उसके बूढ़े पिता और नेत्रहीन मां का इकलौता सहारा पुरुषोत्तम ही था. पुरुषोत्तम की तीन बहनों की शादी हो चुकी है. उसकी एक बहन और बहनाई अपार्टमेंट के ही घरों में काम करते हैं.
एक नजर में पूरी खबर
-
दुपट्टे से बांधा गया था मृतक और घायल का पैर
-
गंदे पानी से भरे डस्टबिन से मृतक का टूटा मोबाइल बरामद
-
दाह संस्कार के लिए भी पैसे नहीं जुटा पा रहे परिवार के लोग,
-
परिजनों ने मकान मालिक से मुआवजे की मांग की
-
पोस्टमार्टम के बाद शव को चचरी पर लेकर अपार्टमेंट पहुंचे परिजन,
-
देर रात तक गेट पर शव रख मुआवजा देने की मांग पर अड़े रहे परिजन
-
परिवार का इकलौता चिराग था पुरुषोत्तम
-
घर पर हैं बूढ़े पिता और नेत्रहीन मां के साथ तीन बहनों की जिम्मेदारी
परिजनों की मुआवजा राशि की मांग
परिजनों ने बताया कि परिवार इतना गरीब है कि पुरुषोत्तम के शव के दाह संस्कार करने के लिये ले जाने के लिये उन्होंने गांव के लोगों, मुखिया व अन्य रिश्तेदारों से चंदा कर भाड़े पर वाहन किया है. वहीं उनके पास दाह संस्कार तक के पैसे नहीं हैं. उन्होंने अपार्टमेंट के लोगों से पुरुषोत्तम के दाह संस्कार और उसके माता-पिता के भरण पोषण के लिए डेढ़ लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की. करीब तीन घंटे तक शव रखे रहने के बाद अपार्टमेंट के लोग 25 हजार रुपये देने को तैयार हुए. रात तक परिवार के लोग डेढ़ लाख मुआवजा देने की मांग पर अड़े रहे. इलाके में विधि व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न न हो इसके लिये सीआइएटी बलों सहित दंगा नियंत्रण पार्टी को मौके पर तैनात किया गया था. परिवार के लोगों ने अपार्टमेंट के लोगों पर जान बूझकर पुरुषोत्तम के कमरे में शराब की बोतल रखने का आरोप लगाया. साथ ही हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की.