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बिहार में 9 महीने के अंदर 2.31 लाख बदमाश गिरफ्तार, जानिए रोज किन जिलों में कितनी गिरफ्तारी कर रही पुलिस..

बिहार में हर दिन 841 लोग गिरफ्तार हो रहे हैं. इनमें 34 फीसदी गंभीर मामलों के आरोपित हैं. एक आंकड़े के मुताबिक बिहार पुलिस ने नौ महीने में 2.31 लाख लोगों को गिरफ्तार किया है. बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी आंकड़ों में टॉप 5 जिलों का भी जिक्र किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 22, 2023 2:53 PM

बिहार पुलिस सूबे में हर दिन 841 लोगों को गिरफ्तार कर रही है. इनमें करीब 34 फीसदी यानि 280 हत्या, पुलिस पर हमला, एससी-एसटी अधिनियम आदि से संबंधित गंभीर मामलों के आरोपी हैं. शुक्रवार को बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल बीते नौ महीने (जनवरी से सितंबर) के दौरान 2.31 लाख से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें ऑपरेशन वज्र के तहत 76874 की, जबकि स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) द्वारा 426 लोगों की गिरफ्तारी की गयी है. एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार अपराधियों में 19 नक्सली, जबकि 97 जिलों के टॉप-10 या 20 में शामिल अपराधी हैं.


वज्र टीम ने हर माह औसतन 8541 गिरफ्तारी की

बिहार पुलिस के एडीजी (मुख्यालय) जेएस गंगवार ने बताया कि सूबे में गंभीर अपराध के मामलों में आरोपित तथा मद्यनिषेध हेतु विशेष अभियान ‘ऑपरेशन प्रहार’ चलाया जा रहा है. इसके लिए जिलों में वज्र टीम का गठन किया गया है. इन कंपनियों ने 2023 में सितंबर माह तक ही कुल 76874 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि 2022 के पूरे साल में 88649 लोग गिरफ्तार हुए थे. 2022 में प्रतिमाह औसत गिरफ्तारी 7387 थी, जबकि 2023 के सितंबर माह तक प्रतिमाह औसत गिरफ्तारी 8541 है.

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सितंबर में पटना टॉप, औरंगाबाद दूसरे स्थान पर

एडीजी मुख्यालय ने बताया कि सिर्फ सितंबर 2023 में वज्र टीमों ने 7412 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें पटना जिले 3254 अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ टॉप पर रहा. दूसरे स्थान पर औरंगाबाद जिले ने 660, तीसरे स्थान पर मुजफ्फरपुर ने 336, चौथे स्थान पर नालंदा ने 293 और पांचवें स्थान पर गोपालगंज जिले ने गंभीर प्रकृति के 217 अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की.

अपराधियों पर नकेल कस रही पुलिस, नशेडियों को भी कर रही अंदर

बता दें कि बिहार में अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस तरह-तरह की कार्रवाई कर रही है. ऑपरेशन प्रहार का काफी असर दिखा है. नशे के सौदागरों पर भी ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है. पटना के जक्कनपुर थाना की पुलिस ने पुरेंद्रपुर में छापेमारी कर स्मैक के धंधेबाज शंकर चाैधरी काे 82 पुड़िया स्मैक के साथ गिरफ्तार किया है. शंकर पुरंदरपुर का रहने वाला है और उसे वहीं चाैक के पास गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में उसने पुलिस काे बताया कि वह आरा से स्मैक लाकर बेचता है. पुड़िया घर पर बनायी जाती है. दाे-तीन और लाेग इस धंधे में शामिल हैं. बरामद स्मैक की कीमत करीब 30 हजार है. वह जक्कनपुर के साथ ही आसपास के कई मुहल्लाें में स्मैक की सप्लाइ करता है.

हथियार के साथ स्मैकिया गिरफ्तार

पटना के संपतचक में सोना गोपालपुर गांव में गोपालपुर थाना पुलिस ने गुप्त सूचना मिलने पर छापेमारी की. उस मकान से पुलिस टीम को एक देसी कट्टा मिला है. कट्टा रखने के आरोप में युवक को गिरफ्तार भी किया गया है. थानाध्यक्ष साकेंद्र कुमार ने बताया कि सोना गोपालपुर गांव से एक लड़का तालीम कुमार पिता मुनेबी मिस्त्री के पास से एक देशी कट्टा बरामद किया गया है. छानबीन में पता चला है कि यह लड़का स्मैकिया है और कट्टा दिखाकर लोगों को डरा-धमका कर छीना-छपटी करता था.

भागलपुर में बैंककर्मी से लूटपाट मामले में फरार चल रहे दो बदमाश गिरफ्तार

भागलपुर के  मधुसूदनपुर थानाक्षेत्र के मंसर के पास 26 अगस्त को निजी बैंक के कर्मी से लूटपाट के मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है. दोनों आरोपित की पहचान थाना क्षेत्र के मनोहरपुर गांव के राकेश कुमार उर्फ कारे और कृष्ण कुमार के रूप में हुई है. पूछताछ में दोनों से घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. इस मामले में पुलिस ने पूर्व में मंसर गांव के सनी कुमार और विकास मित्रा को जेल भेज दिया था. पुलिस ने उक्त दोनों के पास से देशी हथियार, लूट का मोबाइल व मोटरसाइकिल बरामद किया था. गौरतलब है कि मधूसुदनपुर के मंसर मोड के पास उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक में सीओ के पद पर कार्यरत राकेश कुमार बाइक, टैब, मोबाइल और दो हजार रुपये कैश लूट लिये थे. इस घटना को लेकर पीड़ित ने थाना में लिखित शिकायत की थी. थानाध्यक्ष महेश कुमार के अनुसार घटना में शामिल दो अन्य आरोपितों ने भी इस घटना में संलिप्तता स्वीकार कर ली है. दोनों जेल भेज दिये गये हैं.

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