मधेपुरा में बदमाशों ने युवक की हत्या कर निकाली आंखें, क़त्ल की वजह जानकर चौंक जाएंगे आप

‍Bihar crime: जिस तरीके से वारदात को अंजाम दिया गया था, उससे शव को पहचानना मुश्किल हो रहा था. उसके चेहरे को बुरी तरीके से जख्मी किया गया था. युवक अपने घर से बीते चार दिनों से लापता था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2022 9:40 PM

मधेपुरा: बिहार के मधेपुरा से एकदिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. यहां बदमाशों ने युवक की हत्या करने के बाद बर्बरता से उसकी आंखें निकाल ली और शव को किसी सुनसान जगह पर फेंक दिया. युवक कुमारखंड मुख्य बाजार से 15 अक्तूबर से लापता युवक की हत्या कर शव को पोखर में फेंक दिया गया. उसकी आंख भी निकाल ली गयी. मंगलवार को पुलिस ने लक्ष्मीपुर चंडीस्थान पंचायत के केवटगामा गांव स्थित पोखर से शव बरामद किया है.

क्या है मामला ?

सिंहपुर गढ़िया पंचायत के वार्ड-7 कुमारखंड चौक निवासी संजीव कुमार का पुत्र शिवम(19) शनिवार रात का खाना खाकर सोने गया. इसी दौरान किसी का फोन आया और बुलाने पर साइकिल लेकर चला गया. रात में घर से जाने के बाद वह फिर लौट कर नहीं आया. खोजबीन के बाद युवक का पता नहीं चला तो युवक के पिता संजीव कुमार ने शुक्रवार को थाने में आवेदन देकर जिस फोन से कॉल आया था उसका नंबर देकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी थी.

हत्या कर निकाली आंखें

थानाध्यक्ष श्रीकांत शर्मा ने सर्विलांस टीम के सहयोग से मोबाइल लोकेशन के आधार पर छर्रापट्टी गांव निवासी घनश्याम यादव के पुत्र आकाशदीप को मधेपुरा स्थित बस स्टेंड के पीछे रह रहे भाई के साथ हिरासत में ले लिया. पूछताछ करने पर युवक ने फोन कर बुलाने से लेकर हत्या करने तक की सारी बात बतायी. युवक की निशानदेही पर केवटगामा गांव स्थित वार्ड-13 ढठ्ठा टोला बहियार के पोखर में जलकुंभी से ढके शव को पुलिस ने बरामद कर लिया. युवक की आंख निकली हुई थी.

जांच में जुटी पुलिस

थानाध्यक्ष ने शव का पंचनामा कराकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. वही शव बरामदगी की सूचना मिलते ही कुमारखंड बाजार में कोहराम मच गया. पुलिस हत्यारे की गिरफ्तारी में जुट गयी. थानाध्यक्ष ने बताया कि मोबाइल लोकेशन के आधार पर छर्रापट्टी गांव निवासी युवक की निशानदेही पर शव बरामद किया गया. मामले में आवेदन प्राप्त होने पर कार्रवाई की जायेगी. वहीं दादा योगेंद्र यादव, दादी अरुणा देवी, पिता संजीव कुमार और मां रेणु देवी का रो-रो कर बुरा हाल है.

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