Bihar Crime News: बेगूसराय में ग्रामीणों ने अपराधी समझकर एसटीएफ के दो जवानों की पिटाई कर दी. सिविल ड्रेस व बिना नंबर प्लेट की बाइक रहने के कारण लोगों ने अपराधी समझकर उनकी पिटाई कर दी. समय रहते पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गयी और जवानों को बचा लिया. पुलिस की सतर्कता से मॉब लिंचिंग की घटना टली है.
गढ़पुरा थाना क्षेत्र के सकरा गांव में गुरुवार को मॉब लिंचिंग की घटना होते-होते बच गयी. एक खुफिया जांच में आये एसटीएफ के दो जवानों को ग्रामीणों ने जमकर पिटाई कर दी. समय रहते हुए गढ़पुरा पुलिस मौके पर पहुंची, जिससे दोनों जवानों की जान बचायी गयी. बताया जाता है कि पटना एसटीएफ के जवान बेगूसराय जिले के मोहनपुर निवासी रूपेश कुमार एवं वैशाली जिले के बिदुपुर निवासी सुबोध कुमार एक बाइक पर सवार होकर सकरा गांव पहुंचे थे. इस दौरान दोनों जवान बिरजू यादव एवं उनके पुत्र सचिन कुमार को खोज रहे थे. इतना ही नहीं दो दिन पहले भी उक्त दोनों जवान सकरा चौक स्थित एक पान दुकानदार से इन दोनों व्यक्ति का एड्रेस पूछे थे.
गुरुवार को फिर से बिना नंबर प्लेट की हौंडा शाइन बाइक से दोनों जवान सिविल ड्रेस में सकरा पहुंचे और बिरजू यादव के पोल्ट्री फार्म के समीप उनको खोज रहे थे. संदिग्ध व्यक्ति समझकर कुछ ग्रामीणों ने दोनों एसटीएफ के जवान को घेर लिया और उसकी तलाशी के दौरान डिक्की में एक बैग में रखें दो पिस्टल पाया गया जिसके बाद ग्रामीण आग बबूला हो गए और दोनों जवान की पिटाई कर दी. बाद में दोनों युवक ने अपना आई कार्ड दिखाया फिर भी लोग उसे डुप्लीकेट आई कार्ड समझ रहे थे.
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घटना की जानकारी पाकर गढ़पुरा थाना सहायक पुलिस अवर निरीक्षक रामप्रवेश तिवारी अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचकर बेकाबू भीड़ से दोनों एसटीएफ के जवानों को थाना ले गयी. हालांकि इस दौरान गढ़पुरा पुलिस को भी भारी फजीहतों का सामना करना पड़ा. क्योंकि बिना नंबर प्लेट की गाड़ी और साथ में हथियार होने से लोग सीधा अपराधी होने का आरोप लगा रहे थे. इधर गढ़पुरा थाना अध्यक्ष ने दोनों एसटीएफ के जवान को उनका लाइसेंसी पिस्टल एवं ग्रामीणों के द्वारा जप्त की गयी बाइक भी सुपुर्द कर दिया और मामले को किसी तरह शांत किया गया.
Published By: Thakur Shaktilochan