Bihar: भागलपुर में थानों के करीब ही तैयार होता है अवैध हथियार व बारूद, अपराधी बेखौफ या पुलिस की मिलीभगत?
Bihar Crime News: भागलपुर में थाने के करीब ही अब अपराधी खुद को सेफ मानते हैं. किसी भी काले कारोबार का खुलासा अगर पुलिस की भूमिका के बगैर होती है तो वो इलाका थाने के ही आसपास का होता है. काजवलीचक ब्लास्ट हो या फिर नाथनगर में मिनी गन फैक्ट्री, पुलिस पर सवाल उठना जायज है.
ठाकुर शक्तिलोचन: भागलपुर में अवैध तरीके से हथियार तैयार करने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है. नाथनगर थानाक्षेत्र में मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन हुआ. जहां से 20 अर्द्धनिर्मित पिस्टल बरामद किये गये जबकि हथियार बनाने वाली मशीन भी बरामद की गयी. पटना एसटीएफ टीम ने भागलपुर में कार्रवाई करके ये खुलासा किया. नाथनगर थाना के बेहद करीब ये कारोबार फल -फूल रहा था और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी. ऐसा ही कुछ पिछले महीनों काजीवलीचक में बारूद ब्लास्ट केस में देखा गया जब थाना के बेहद करीब बीच शहर में बारूद का अवैध कारोबार पसरा मिला. बेशक सवाल पुलिस पर खड़े हो रहे हैं.
पटना STF ने हथियार तस्करों को दबोचा.
गुरुवार को पटना से पहुंची एसटीएफ की टीम ने नाथनगर स्टेशन के सामने से दो हथियार तस्करों को दबोचा. दोनों तस्करों से जब पूछताछ की गयी. दोनो तस्कर हथियार को बैग में लेकर ट्रेन पकड़ने जा रहे थे तभी एसटीएफ ने दबोच लिया. एसटीएफ ने जब हथियार तस्कर को स्टेशन पर पकड़ा और पूछताछ हुई तो उसने मिनी गन फैक्ट्री से हथियार लेने की बात बतायी. तस्कर एसटीएफ को चंपानगर के हकिम साह लेन स्थित एक मकान में ले गये. वहां हथियार बनाने का सारा सामान बरामद हुआ.
नाथनगर थाने के करीब ही तैयार हो रहा था मौत का सामान
नाथनगर के पॉश इलाके व थाने से महज तीन चार सौ मीटर की दूरी पर हथियार का इस तरह से फैक्ट्री चलते देख एसटीएफ दंग रह गयी. बताया जा रहा है कि मकान के एक छोटे कमरे में किराये पर रह रहा मो अनवर का पुत्र मो फैजल बीते दो साल से अवैध हथियार बनाने का काम करता था. फैजल के ठिकाने से हथियार बनाने में प्रयुक्त बड़ी-बड़ी मशीन बरामद की गयी है. हालांकि छापेमारी से पहले ही वह फरार हो गया. पुलिस को 20 पिस्टल के अलावा मिनी गन फैक्ट्री से लेथ मशीन व हथियार बनाने के उपकरण बरामद हुए.
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पॉश इलाके में थाने के करीब ही क्यों पसरा कारोबार?
अब सवाल ये उठ रहे हैं कि आखिरकार पॉश इलाके में वो भी थाने के बेहद करीब ये धंधा कैसे आसानी से चलता रहा. मौत के सौदागर भागलपुर में इतनी आसानी से थाने के करीब ही खुद को सेफ क्यों समझते हैं. काजवलीचक का धमाका ना भागलपुर भूला है और ना ही पूरा बिहार. प्रधानमंत्री के कानों तक इसकी गूंज गयी थी.
काजवलीचक धमाका भी थाना के ही करीब, पुलिस पर उठ रहे सवाल
बता दें कि काजवलीचक में जहां बारूद का काला कारोबार पसरा था वो इलाका भी कोतवाली थाने के बेहद करीब था. आइपीएस के आवास भी उसी जगह से थोड़ी दूरी पर है. पर कारोबार बेखौफ होकर चलता रहा. अब नाथनगर में हथियारों का कारोबार, सवाल पुलिस पर उठते हैं. उनकी खुफिया तंत्र फेल है या उनकी मिलीभगत से ये कारोबार पसरा हुआ है. सवाल आम लोग उठा रहे हैं और शहर में इसकी चर्चा खुलकर हो रही है.
Posted By: Thakur Shaktilochan