मुजफ्फरपुर एसटीएफ ने मंगलवार को सरैया इलाके से अंतरराज्यीय बैंक लुटेरा राजा बाबू दूबे उर्फ रूद्र और उसके दो गुर्गों को दबोचा लिया. उसके पास से हथियार भी मिले हैं. एसटीएफ ने प्रारंभिक पूछताछ के बाद उसे सरैया पुलिस को सौंप दिया है. एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि पूछताछ के बाद विस्तार से जानकारी दी जायेगी.
मिली जानकारी के अनुसार 22 नंबर 2020 को सरैया थाना क्षेत्र के बखरा कोल्ड स्टोरेज के समीप मुजफ्फरपुर से कैश लोडकर छपरा और सिवान जा रही कैशवैन को कार सवार अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर लूटने का प्रयास किया था. कैश वैन के चालक की सूझबूझ से अपराधी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हुए. इस मामले मे बदमाश राजा बाबू दुबे की तलाश थी. इस मामले में पुलिस ने सारण के चार अपराधियों को पकड़ा था. पूछताछ में अपराधियों ने बताया था कि इस वारदात के पीछे अन्तर्राज्यीय बैंक लुटेरे राजा बाबू दुबे उर्फ रूद्र का हाथ है. वह पूर्वी चंपारण के पहाड़पुर थाना क्षेत्र के विशही का रहने वाला है.
पुलिस के अनुसार सरैया कांड के बाद रूद्र बिहार छोड़कर फरार हो गया था. इस दौरान रूद्र ने वर्ष 2021 के अप्रैल में राजस्थान के चित्तौड़गढ़ और जुलाई में हरियाणा के पलवल में लूटपाट की. इसी बीच, बिहार एसटीएफ को जानकारी मिली कि वह सरैया इलाके में फिर से किसी वारदात को अंजाम देने की तैयारी कर रहा है. इसके बाद उसकी रेकी कर उसे गिरफ्तार किया गया. बताया जाता है कि सरैया में पकड़े जाने से पूर्व राजा बाबू राजस्थान के कोटा के रामदवारा में पहचान छिपाकर रह रहा था.
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी रूद्र पर मुजफ्फरपुर में कैश वैन लूट का प्रयास, साल 2021 में पश्चिमी चम्पारण में सेन्ट्रल बैंक लूट, पलवल (हरियाणा) एवं चित्तौड़गढ़ (राजस्थान) में एक्सिस बैंक लूट मामले में केस दर्ज है. रूद्र ने चम्पारण से ले कर राजस्थान तक अपने सिंडिकेट को फैला रखा था.
पुलिस की पूछताछ में जानकारी सामने आयी है कि पकड़े जाने पर उसने खुद को गाड़ी चालक बताया था. वैशाली जिला के कुख्यात लुटेरा राजू माली हाजीपुर क्षेत्र में अपराध कर गुड़गांव भागा था .इस दौरान वह दिल्ली व हरियाणा में रूद्र के पारिवारिक लोगों के सम्पर्क में आया और जाल में फंस गया. राजू माली और उसके द्वारा लूटा गया सोना और कैश को रूद्र के परिवार के सदस्यों ने हड़प लिया था.