Bihar Crime News: भागलपुर के गोराडीह थाना क्षेत्र के सोनूडीह सतजोरी पंचायत के वड़हरी गांव में विगत 18 जनवरी की रात हुए बाइक मैकेनिक हत्याकांड का उद्भदेन भागलपुर पुलिस ने कर लिया. मृतक के परिजनों ने जमीन के विवाद को लेकर केस दर्ज किया था पर पुलिस जांच में हैरान करने वाले अलग ही खुलासे हुए. ब्लाइंड केस का उद्भेदन और संलिप्त आरोपितों व प्रयुक्त हथियार की बरामदगी कर ली गयी.
भागलपुर पुलिस को मिली इस सफलता की जानकारी एसएसपी आनंद कुमार ने प्रेस वार्ता के दौरान दी. उन्होंने बताया कि 18 जनवरी की रात गोराडीह के चर्चित बाइक मैकेनिक संजय कुमार की हत्या के मामले में पुलिस ने मामले को ब्लाइंड केस समझ कर हल करना शुरू किया. जिसमें पाया गया कि व्यवसायिक रंजिश में सुपारी देकर बाइक मैकेनिक संजय की हत्या करायी गयी है.
संजय जिस बाइक गैराज संचालक बिरनोद निवासी मिथुन के गैराज में काम करता था उसी ने इलाके के हिस्ट्री शीटर अपराधी दिवाकर को संजय की हत्या करने के लिए 50 हजार रुपये सुपारी दी. 20 हजार रुपये एडवांस दिए. दिवाकर ने अन्य अपराधियों के साथ मिलकर संजय का अपहरण किया और गोली मार दी.
Also Read: Bihar: मंत्री अश्विनी चौबे के भाई की मौत के बाद अधीक्षक को अकेला छोड़कर भाग गए ICU प्रभारी, पूरी घटना जानें…
बाइक मैकेनिक संजय कुमार की हत्या मामले में पुलिस की जांच में चौकाने वाले खुलासे हुए हैं. एसएसपी आनंद कुमार ने हत्या के कारणों की जानकारी देते हुए बताया कि मृत बाइक मैकेनिक संजय कुमार पूर्व में मिथुन कुमार के बाइक गैराज में काम करता था. संजय के चर्चित बाइक मैकेनिक होने की वजह से जब तक वह मिथुन के गैराज में रहा तब तक मिथुन को खूब मुनाफा हुआ. पर कुछ माह पूर्व ही संजय ने किसी वजह से मिथुन का गैराज छोड़ दिया था. और मिथुन के भाई अजय के बाइक गैराज में काम करने लगा था.
वहीं संजय ने जब से मिथुन के भाई अजय की गैराज को ज्वाइन किया तब से अजय की दुकानदारी चलने लगी और मिथुन की दुकानदारी ठप पड़ गयी. जिसके बाद मिथुन ने कई बार संजय पर उसकी दुकान पर फिर से काम करने का दबाव बनाया. पर संजय इसके लिये तैयार नहीं हुआ.
संजय दिन में अजय के गैराज में काम करता था और शाम के बाद वह ऑटो चलाता था. इसी बात को लेकर मिथुन ने संजय की ही हत्या कराने का निर्णय लिया. उसने इलाके के अपराधी दिवाकर से मिल कर संजय की हत्या की योजना बनायी. संजय की हत्या के बदले 50 हजार रुपये सुपारी देने की बात तय हुई. जिसमें से 20 हजार रुपये दिवाकर ने एडवांस के तौर पर लिया. जिससे हथियार खरीदे और उसकी हत्या कर दी.
Posted By: Thakur Shaktilochan