क्राइम न्यूज बिहार: परिजनों ने लड़की को नदी में फेंका तो मछुआरे बने मसीहा, घर में सो रही छात्रा का गला घोंटा..
बिहार में हत्या की कुछ घटनाएं सामने आई हैं. मधेपुरा में एक चौकीदार को मौत के घाट उतार दिया गया. वहीं एक छात्रा की हत्या गला घोंटकर कर दी गयी. पूर्वी चंपारण में प्रेम प्रसंग से नाराज लड़की के परिजनों ने उसे नदी में फेंक दिया. क्राइम की प्रमुख खबरें पढ़िए..
बिहार में अपराधियों ने अलग-अलग जगहों पर वारदात को अंजाम दिया है. कहीं प्रखंड प्रमुख पर गोलीबारी की गयी तो कहीं चौकीदार को मौत के घाट उतारा गया. छात्रा की गला घोंटकर हत्या भी कर दी गयी. जानिए क्राइम की प्रमुख खबरें…
परिजनों ने नदी में फेंका, मछुआरों ने बचाया
पूर्वी चंपारण में प्रेम प्रसंग से नाराज लड़की के परिजनों ने गुरुवार की रात हाथ-पैर बांध कर लड़की को लालबेगिया पुल से सिकरहना नदी में फेंक दिया, जिसे नाव से मछली मार रहे मछुआरों ने बचा लिया. जानकारी के अनुसार, प्रेमी के साथ लड़की के भागने से परिजन नाराज थे. नदी से लड़की को निकालने के बाद पुलिस को सूचना दी. इसके बाद लड़की की निशानदेही पर पुलिस नेचिरैया थाना क्षेत्र के आमगाछी गांव से उसके माता-पिता और मौसेरे भाई को गिरफ्तार कर लिया. तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पीड़िता सीमा पार नेपाल के रौतहट जिले के पथरा क्षेत्र की रहनेवाली है. लड़की के बयान पर एक प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें लड़की की मां, पिता व अन्य को आरोपित किया गया है. प्राथमिकी में कहा गया है कि आरोपितों ने उसकी हत्या करने की नीयत से उसका हाथ-पांव बांध कर सिकरहना नदी में फेंक दिया था. पानी में छपाक की आवाज सुनकर नदी में मछली पकड़ रहे मछुआरों ने जाल फेंक कर उसे बाहर निकाल लिया. फिर पुलिस को बुलाकर उसके हवाले कर दिया. थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. पीड़िता के अनुसार, माता-पिता व उसके मौसेरे भाई ने हाथ-पैर बांध कर नदी में फेंक दिया था.
नदी में महिला को उपलते देखा गया
बाजपट्टी थाना क्षेत्र के मधुबन बाजार स्थित अधवारा नदी समूह के सोलहा पुल के पास शुक्रवार की सुबह लोगों ने एक महिला को नदी में उपलाता हुआ देखा. लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. स्थानीय थाने से एसआइ देवेंद्र कुमार पहुंचे. स्थानीय लोगों की मदद से उसे बाहर निकाला गया. आधा घंटा तक उसमें कोई सुगबुगाहट नहीं देखी गयी. कुछ देर बाद सांस चलता हुआ प्रतीत होने पर उसेस्थानीय सीएचसी में ले जाया गया. वहां इलाज करने पर करीब दो घंटे बाद उसको बचा लिया गया. महिला की पहचान बर्री फुलवरिया पंचायत के बसौल गांव निवासी मुकेश कुमार की पत्नी सुंदर कुमारी के रूप में की गयी है. पीड़िता ने बताया कि गुरुवार की रात आठ बजे वह बाजपट्टी स्थित सिलाई की दुकान से लौट रही थी कि अज्ञात बदमाशों ने उसे नदी में फेंक दिया. महिला ने थाने में आवेदन दिया है, जिस पर पुलिस जांच कर रही है.
घर में सो रही छात्रा की गला दबाकर हत्या
मुजफ्फरपुर के देवरिया थाना क्षेत्र के धरफरी गांव में गुरुवार की देर रात घर में सो रही छात्रा की गला दबा बदमाशों ने हत्या कर दी़ घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया़ घटना के समय छात्रा नये मकान में अकेली सोयी हुई थी़. जानकारी के अनुसार, धरफरी गांव निवासी व राजकीय मध्य विद्यालय धरफरी के प्रधानाध्यापक जयराम साह की पुत्री प्रियंका कुमारी (20) रक्षाबंधन से एक दिन पहले मुजफ्फरपुर स्थित अपने मकान से बड़ी बहन के साथ गांव पहुंची थी़. हर्षोल्लास के साथ भाइयों की कलाई पर राखी बांधी़ इसके बाद शाम में पिता जयराम साह बड़ी बेटी के लिए लड़का देखने मुजफ्फरपुर चले गये़. वहीं पुत्र रौशन मुजफ्फरपुर और कौशल पटना जा चुके थे़. इसी बीच रात करीब 11 बजे प्रियंका नये वाले मकान में सोने चली गयी और मां बड़ी बेटी के साथ पुराने वाले मकान में सोने चली गयी़ . दोनों मकान की दूरी करीब 60 मीटर है़. सुबह चार बजे जब मां नये मकान पर पहुंची और गेट खोलने के लिए आवाज देने लगी तो कोई जवाब नहीं मिला़. किसी तरह गेट खोल कर अंदर पहुंची तो देखा प्रियंका बेड पर मृत पड़ी है़. इसके बाद चिल्लाने लगी तो आसपास के लोग जुटे़. प्रियंका के गले पर जख्म और कपाल पर कटे का निशान पाया गया़. पास में एक कुर्सी पर रखे शर्ट में खून लगा था़. ग्रामीणों ने घटना की सूचना देवरिया थाने को दी़. मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष सरोज कुमार ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया़. बताया कि परिजनों द्वारा थाने में लिखित शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है़. वहीं घटना की सूचना मिलते ही युवती के पिता व भाई गांव पहुंचे़ पिता ने बताया कि बदमाश बगल के एस्बेस्टस नुमा घर के सहारे मेरे घर में प्रवेश कर मेरी पुत्री की हत्या की है़.
मधेपुरा में चौकीदार की गोली मारकर हत्या
मधेपुरा में मीरगंज जदिया एसएच-91 पर भूमि विवाद को लेकर लक्ष्मीपुर चंडीस्थान के चौकीदार की बदमाशों ने गोली मारकर शुक्रवार को हत्या कर दी. पुलिस ने मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. जानकारी के अनुसार लक्ष्मीपुर चंडीस्थान पंचायत के लक्ष्मीपुर वार्ड सात निवासी चौकीदार मानिकचंद पासवान शुक्रवार को पुत्र प्रकाश पासवान के साथ बाइक से कुमारखंड थाना जा रहा था. इसी दौरान बाइक सवार दो अज्ञात बदमाशों ने सिहपुर गढ़िया पंचायत के सिकरहटी गांव मोड़ पर कट्टा से चौकीदार को गोली मार दी. इस दौरान नहर किनारे शौच कर रहे लोगों ने गोली मारकर भाग रहे बदमाशों को देख शोर मचाने लगे. शोर सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंचे . इसकी सूचना थानाध्यक्ष श्रीकांत शर्मा को दी. सूचना पर थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों के सहयोग से जख्मी चौकीदार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुमारखंड में भर्ती कराया, जहां पहुंचते ही उसने दम तोड़ दिया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. थानाध्यक्ष श्रीकांत शर्मा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लक्षमीपुर वार्ड संख्या सात निवासी अमीन शिबू साह, रामबिलास साह, देबो साह व झबरू पासवान की पुत्री सुधिया कुमारी को गिरफ्तार किया.
रोहतास में प्रखंड प्रमुख पर गोलीबारी
रोहतास में बिक्रमगंज प्रखंड प्रमुख सह प्रमुख संघ के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह उर्फ लाली सिंह की स्कॉर्पियो गाड़ी पर बाइक सवार दो अपराधियों ने गोली चलाकर हमला कर दिया. इसमें वह घायल हो गये. घायल प्रमुख को बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर किया गया है. अनुमंडल अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, प्रमुख को एक गोली हाथ में लगी है, जिनका कुछ भाग अंदर फंस गया है. हालांकि, हाथ को छोड़ अन्य कहीं भी जख्म का निशान नहीं है. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है. प्रखंड प्रमुख लाली सिंह के पुत्र सत्यम सिंह ने बताया कि घटना करीब दोपहर डेढ़ बजे की है. वह पापा के साथ प्रखंड कार्यालय से घर लौट रहे थे. इस दौरान प्रखंड कार्यालय और मुख्य सड़क के बीच एक मोड़ पर दो लोग एक बाइक खड़ी करके बैठे हुए थे. दोनों ने हेलमेट पहन रखा था, इसलिए उनकी पहचान नहीं हो सकी. हम लोगों की गाड़ी मुड़ी, तो दोनों ने गोली चलानी शुरू कर दी. दो गोली गाड़ी के आगे से मारे और हवा में गोलियां दागते फरार हो गये. हमने तुरंत ही गाड़ी को पीछे घुमाया और वापस प्रखंड कार्यालय में ले गये, जहां से पुलिस को सूचना देकर अस्पताल के लिए निकले. दोनों की किस्मत अच्छी थी कि जान बच गयी. हमलावरों ने गोली चलायी, तो हम दोनों नीचे झुक गये और गोली शीशे को छेदती एक सीट से दूसरी सीट में जा लगी. इसका निशान देखने लायक है. सत्यम ने बताया कि गोली हम लोगों के सिर से इस कदर निकली कि अब भी सोच कर मन सिहर जाता है.