पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रदर्शन लगातार जारी है. इस बीच शिक्षक दिवस के दिन अभ्यर्थी शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर से मिलने के लिए सचिवालय पहुंचे. पुलिस के द्वारा शिक्षक अभ्यर्थियों को रोकने की कोशिश की गयी. ऐसे में उनकी पुलिस के साथ फिर से झड़प हो गयी. बताया जा रहा है कि पुलिस खींचकर उन्हें उठाकर ले गई. इसमें कई लोग घायल भी हुए थे. इससे पहले भी दो बार पटना के डाकबंगला चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज किया जा चुका है.
शिक्षक बहाली के सातवें चरण की प्रक्रिया को शुरू करने की मांग को लेकर एक जुट हुए शिक्षक अभ्यर्थी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. शिक्षा मंत्री से मिलने पहुंचे अभ्यर्थियों को गेटपर ही रोक दिया गया. इसके बाद उन्होंने महागठबंधन सरकार तेजस्वी यादव और शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना था कि जब एनडीए की सरकार भी तो वर्तमान शिक्षा मंत्री और आरजेडी के अन्य नेता हमारे साथ खड़े होकर कहते थे कि जब हमारी सरकार बनेगी तो बहाली शुरू करेंगे. अब सरकार बन गयी तो हमारे ऊपर बरसा रहे लाठी. तीन साल से अभी तक सातवीं चरण के बहाली का नोटिफिकेशन नहीं आया है.
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने कहा कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा था कि कैबिनेट की पहली बैठक में बहाली पर निर्णय होगा. मगर नहीं हुआ. अभ्यर्थियों ने शिक्षक दिवस तक का अल्टीमेटम दिया था. मगर आज भी सरकार के द्वारा कोई घोषणा नहीं की गयी. ऐसे में अभ्यर्थियों का आक्रोश बढ़ गया है. बताया जा रहा है कि अभ्यर्थियों ने अब चरणबंध तरीके से सरकार को घेरने का प्लान बनाया है. बता दें कि छठे चरण की शिक्षक भर्ती के लिए 2019 में 94000 भर्तियां निकाली गईं. इनमें सिर्फ 42000 पदों पर नियुक्ति हो पाई. 50 हजार से ज्यादा पद अभी भी रिक्त हैं.