Bihar Cyber Crime: DM के नाम पर ही बना डाला फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट, अधिकारियों से कराता था e pay
जिलाधिकारी प्रणव कुमार के नाम पर फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बना कर प्रशासनिक पदाधिकारी व आम लोगों से रुपये मांगने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसके पहले भी डीएम ने बीते चार अगस्त को जिला गोपनीय प्रशाखा के विशेष कार्य पदाधिकारी को प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया था.
मुजफ्फरपुर.जिलाधिकारी प्रणव कुमार के नाम पर फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बना कर प्रशासनिक पदाधिकारी व आम लोगों से रुपये मांगने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. जिला गोपनीय प्रशाखा के विशेष कार्य पदाधिकारी कुमार अभिषेक की लिखित शिकायत पर कार्रवाई की गयी है. इसमें जिन दो मोबाइल नंबर 912:::::772 और 767::::6507 के धारक को आरोपी बनाया है. पुलिस दर्ज प्राथमिकी के आधार पर दोनों शातिरों के सत्यापन में जुट गयी है.
अमेजन इपे गिफ्ट कार्ड का करता था मांग
जिला सर्विलांस टीम दोनों मोबाइल नंबर की सीडीआर व कैप निकाल कर आरोपियों की गिरफ्तारी में जुट गयी है. दोनों में से एक नंबर को ट्रूकॉलर पर चेक करने पर राजेश कुमार बताता है.थाने में दर्ज प्राथमिकी में जिला गोपनीय प्रशाखा के विशेष कार्य पदाधिकारी ने बताया है कि जिलाधिकारी प्रणव कुमार के फोटो का फर्जी इस्तेमाल करके दो अलग-अलग मोबाइल नंबर से फर्जी अकाउंट बनाया गया है. जिले के प्रशासनिक पदाधिकारियों व आम लोगों से चैट किया जा रहा है. चैटिंग के क्रम में अमेजन इपे गिफ्ट कार्ड के माध्यम से राशि की मांग की जा रही है.
पहले भी की जा चुकी है शिकायत
नगर थाने की पुलिस को प्राथमिकी में फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट से कुढ़नी, कांटी के अंचल अधिकारी, कुढ़नी, बंदरा के प्रखंड विकास पदाधिकारी से किए गए व्हाट्सएप चैटिंग का स्क्रीनशॉट भी दिया गया है. इससे पहले ,फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बनाने का मामला प्रकाश में आने के बाद डीएम ने बीते चार अगस्त को जिला गोपनीय प्रशाखा के विशेष कार्य पदाधिकारी को प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया था. साथ ही जिला प्रशासन के सभी पदाधिकारियों को आगाह करते हुए किसी भी तरह के फर्जी मैसेज पर ध्यान नहीं देने की अपील की थी.