बिहार में साइबर अपराधियों का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने एक ऐसे गिरोह के सदस्यों को दबोचा है जो आपके अकाउंट से रूपये उड़ा कर सोने के सिक्के खरीदता था. ये बड़ा गिरोह अपने शिकार के मोबाइल को एनी डेस्क एप के जरिये अपने काबू में कर लेता था फिर अपने खेल शुरू कर देता था. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने गिरोह का खुलासा करते हुए बताया कि मोबाइल हैक कर पीड़ित के बैंक अकाउंट से ऑनलाइन सोने के सिक्के खरीदने वाले पकड़ा गया है. इकाई की विशेष टीम ने नवादा और जिले में छापेमारी कर गिरोह के सात सदस्यों सहित पेट्रोल पंप के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है. शनिवार को इनको पटना लाया गया, जहां इनसे पूछताछ की जा रही है.
इओयू अधिकारियों ने बताया कि गिरोह के सक्रिय सदस्य किसी व्यक्ति को अपने झांसे में लेकर उनके मोबाइल पर एनी डेस्क एप डाउनलोड कराते थे. इस एप को डाउनलोड करने के बाद अगर इसके आठ अंकों का कोड किसी को बता दिया जाये, तो दूसरा व्यक्ति दुनिया में कहीं भी बैठ कर उसके पूरे मोबाइल को हैंडिल कर सकता है. इसके बाद साइबर अपराधी मोबाइल में रखे गये बैंकिंग एप को हैक कर उसके माध्यम से तनिष्क के वेबसाइट पर जाकर सोने के सिक्कों की खरीदारी करते थे. यह सिक्के किसी अन्य पते पर डिलीवर कराये जाते थे, जहां से साइबर अपराधी एक फीसदी शुल्क देकर उसे लेते थे. फिर उनको बाजार में बेच कर पुन: कैश करा लिया जाता था. ठगी के कुछ पैसों को गया जिला स्थित एचपी के एक पेट्रोल पंप के वॉलेट में भी डाला जा रहा था. इसमें साइबर अपराधियों के साथ पेट्रोल पंप के दो कर्मचारियों की मिलीभगत भी सामने आयी है. संदिग्ध भूमिका को देखते हुए दोनों पेट्रोल पंप कर्मियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
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इओयू के एडीजी नैय्यर हसनैन खान ने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से 17 स्मार्ट और 11 की-पैड सहित 28 मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं. इसके अलावा इनके पास विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड, तीन मोटरसाइकिल, 37 हजार नकद, एक लैपटॉप, तीन स्मार्ट वाच, दो चांदी के सिक्के और अन्य संदिग्ध दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. गिरोह के लोगों द्वारा बोधगया में दो मुहानी पेट्रोल पंप के पास स्थित शिवकान्दा अपार्टमेंट में कमरा लेकर वहीं से लोगों को कॉल किया जा रहा था. सोने के सिक्कों की डिलीवरी पटना में होती थी.