पटना. यूपीएससी टॉपर इशिता किशोर बिहार की बेटी है. पटना सिटी में उसका परिवार रहता है. पटना न केवल उसका पैतृक घर है, बल्कि उसका ननिहाल भी पटना के गर्दनीबाग में ही है. इशिता किशोर के पिता विंग कमांडर संजय किशोर अब इस दुनिया में नहीं हैं. इशिता का एक भाई है. प्रभात खबर से खास बातचीत में इशिता के भाई नवनीत ने कहा कि कि मेरी मां और पिता दोनों पटना से हैं. मेरे पिता एयरफोर्स में थे. वहीं मां भी फोर्स से रिटायर हुई हैं. एयरफोर्स की नौकरी के लिए उन्हें अलग-अलग जगहों पर काम करना पडा. इसी दौरान जब पिता की पोस्टिंग हैदराबाद में थी तो वहां इशिता का जन्म हुआ था. हालांकि मां ने रिटायरमेंट के बाद उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोयडा में घर ले लिया. इसलिए फिलहाल इशिता मां के साथ उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में रहती है.
अपनी सफलता के बारे में बात करते हुए इशिता किशोर ने कहा कि मैं अपने रिजल्ट को लेकर खुद हैरान हूं. मुझे ये तो भरोसा था कि इस दफे मैं सफल हो जाऊंगी लेकिन टॉप करने की बात नहीं सोची थी. इशिता का यह तीसरा प्रयास था. पहले दो प्रयास में उन्हें पीटी में ही सफलता नहीं मिली थी. दो प्रयास में असफल होने के बावजूद उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी और तीसरे प्रयास में इशिता ने यूपीएसएसी परीक्षा में टॉप किया है. इशिता ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को दिया. उन्होंने कहा कि मेरी मां ने मुझे लगातार सपोर्ट किया.
अपनी शिक्षा के संबंध में इशिता किशोर ने कहा कि वो दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कार्मस से इकनॉमिक्स की पढ़ाई की है. इशिता का ग्रेजुएशन में ऑप्शनल सब्जेक्ट पॉलिटिकल सांइस और इंटरनेशनल रिलेशन्स था. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने एक मल्टीनेशनल कंपनी में दो वर्षों तक नौकरी की, लेकिन उनका सपना भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने का था. लिहाजा उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. इशिता कहती है कि उसे चित्रकला और संगीत में गहरी रुचि है. मिथिला पेंटिंग बनाने का शौक है.