बिहार दिवस पर नीतीश कुमार ने की अमन-चैन की अपील, बोले- बरसात के पहले राजगीर व गया में पहुंचेगा गंगा जल

बिहार दिवस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन हरियाली के तहत गंगा नदी के जल को चार महीने के लिए गया, बोधगया, नवादा और राजगीर पहुंचाये जाने की योजना है. बरसात के पहले इसे जमीन पर उतारने की कोशिश की जा रही है. समारोह में इस साल के इंटर परीक्षा के टापर छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया .

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 22, 2022 8:15 PM

पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य में सभी तबकों के लिए सरकार काम कर रही है. बिहार दिवस के अवसर पर गांधी मैदान में मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन हरियाली के तहत गंगा नदी के जल को चार महीने के लिए गया, बोधगया, नवादा और राजगीर पहुंचाये जाने की योजना है. बरसात के पहले इसे जमीन पर उतारने की कोशिश की जा रही है. मानसून के समय चार महीने गंगा नदी का जल इन शहरों में ले जाया जायेगा और आम लोगों को 12 महीने जल उपलब्ध कराया जायेगा. समारोह में इस साल के इंटर परीक्षा के टापर छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया . इसके पहले उप मुख्यमंत्री तारकिशाेर प्रसाद, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी समारोह को संबोधित किया.

बिहार दिवस के अवसर पर सब तरफ से बधाई आयी

अपनने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़ी खुशी की बात है कि तीन साल के बाद फिर गांधी मैदान में बिहार दिवस के कार्यक्रम में उपस्थित होने का मौका मिला. उन्होंने कहा कि यह 2010 से ही कार्यक्रम चल रहा. 2009 से ही इस पर चर्चा हुई. बिहार कब बना. यह देखा गया कि अंग्रेजों के जमाने में जब यह हुआ था, सब लोग बंगाल के हिस्सा थे. उसी में बंगाल से अलग होकर एक साथ बिहार और ओड़िसा को राज्य बनाने की घोषणा की गयी. दिन पर मंथन हुआ, अध्ययन हुआ. जो देखा गया कि 22 मार्च, 1912 को बिहार के अलग राज्य की घोषणा की गयी. 2012 में बड़े पैेमाने पर कार्यक्रम हुए. बिहार दिवस के रूप में इसकी शुरूआत की गयी. इसके बाद बिहार दिवस के अवसर पर सब तरफ से बधाइ आयी है.

बिहार विभिन्न धर्मों की जन्म स्थली

राष्ट्रपति, पीएम समेत अनेक लोगों ने बधाइ दी. बिहार दिवस की शुरूआत हम लोगों ने निर्णय लिया. पुराने जमाने में कितनी शिक्षा थी, कितने विकसित थे. बाद में हालत खराब हो गयी. दुनिया भर के लोग यहां आते हैं. पर्यटन वभाग ने ड्रोन शो का आयोजन किया गया. सीएम ने कहा कि बिहार विभिन्न धर्मों की जन्म स्थली रही है. बोधगया में भगवान बुद्ध को ज्ञान मिला और निधन भी यही हुआ. सिख धर्म जो बना और आगे बढ़ा. प्रथम गुरुनानक देव जी महाराज बिहार आये. नौवें गुरु तेगबहादुर जी भी आये. 10 वें गुरु सर्वंशदानी गुरु गोविंद जी महाराज का जन्म यहीं हुआ. सीएम ने प्रकाश उत्सव के आयोजन की चर्चा की.

बिहार का गौरवशाली इतिहास

उनहोंने कहा कि बिहार सूफी संतों की भी कर्मभूमि रही. मनेर शरीफ, बिहार शरीफ, खनकाह मुजीबिया, खनकाह मुनिमिया, मित्तन घाट का निर्माण किया गया. बिहार के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए कहा कि प्राचीन भारत का शक्तिशाली राजवंश मौर्य और सम्राट अशोक सब यहीं के थे. चंद्रगुप्त को स्थापित करने वाले चाणक्य यहीं के थे. अर्थशास्त्र और आर्यभट्ट ने शून्य के अविष्कार की चर्चा की. सीएम ने कहा कि अापदा विभाग और कृषि विभाग द्वारा कृषि के क्षेत्र की जानकारी दी जा रही है. हर प्रकार से कोशिश की जा रही है. नालंदा और विक्रमशीला विवि कितनी पुरानी विवि है. युनेस्को ने विश्व धरोहर की सूची में नालंदा विवि को जगह दी है. इसके लिए हमलोगों ने अभियान चलाया.

जब से मौका मिला काम कर रहा हूं

सीएम ने कहा कि जबसे हमलोगों को मौका मिला, तब से विकास का काम प्रारंभ किया. समाज के हर तबके उत्त्थान के लिए काम किया. महिला, एससी-एसटी, अति पिछड़े और अल्पसंख्यक सभी तबके के लिए काम किया. उसके पहले क्या स्थिति थी. कितने लोग पढ़ पाते थे. कितने लोग घुम पाते थे. जरा याद करिये,शाम हाेते ही लोग निकल नहीं पाते थे. ज्ञान की प्राप्ति के लिए कितने लोग पढ पाते थे. लड़कियां कितनी पढ़ पाती थी. हम लोगों को मौका मिला तो साइकिल, पोशाक योजना की शुरूआत की. हम बहुत पीछे हैं अभी. कोशिश कर रहे हैं आगे बढ़ने की.

आबादी के मामले में बिहार देश में तीसरे नंबर

आबादी की चर्चा करते हुए कहा कि आबादी के मामले में देश में तीसरे नंबर पर हैं, जबकि क्षेत्रफल में 12 वें नंबर पर. हमलोग तो बहुत आगे थे, अब बहुत पीछे चले गये हैं. इसे आगे बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है. प्रजनन दर घट रहा है. अपनी बच्चियों को आगे पढ़ायें, कम से कम इंटर तक तो प्रजनन दर घटेगा. 2005 में प्रजनन दर 4.3 था, अब घटकर 3 तक पहुच गया है. इसे दो पर ले जायेंगे. आज बहुत प्रसन्नता हो रही है. हम और आगे बढ़ेंगे, तेजी से बढ़ेंगे. चंद लोग गड़बड़ होते हैं. इनके चक्कर में नहीं रहना है. प्रेम और भाईचारे का माहौल कायम रखना है. सड़क, पुल-पुलिया, बिजली, हर घर नल का जल, सभी पर तेजी से काम हो रहा है. नयी तकनीक का ज्ञान सबको देना है. सात निचय 2 के तरफ से काम हो रहा.

जरूरी है जल जीवन हरियाली

सीएम ने कहा कि जल जीवन हरियाली जरूरी है. इसके लिए लोगों को जागरूक करना जरूरी है. जल सुरक्षित है, हरियाली सुरक्षित है, तभी जीवन बचेगा. इसकी पूरी तैयारी की गयी. 11 हिस्सा बनाया गया. 24 हजार करोड़ रुपये की योजना बनायी गयी. अभी तक जितने सार्वजनिक तलाशय है, उसे अतिक्रमण से मुक्त कराया गया. 16,580 को मुक्त कराया गया. 8595 तालाब पोखर और 22 हजार आहर पाइन का जीर्णोद्धार कराया गया.

झारखंड अलग हुआ तो बिहार में मात्र 9 प्रतिशत हरित आवरण बचा

14 हजार 869 कुंआ का जीर्णोद्धार हुआ, एक लाख 29 हजार सोख्ता का निर्माण कराया गया. 7657 चेक डैम बनाये गये. 20318 नये जल श्रोतों का निर्माण किया गया. वाटर हार्वेस्टिंग 13 हजार से अधिक सरकारी भवनों में लगाये गये . पौधा रोपण की योजना भी चलायी गयी. यहां पर जब झारखंड अलग हुआ तो उस समय मात्र 9 प्रतिशत हरित आवरण था. जब काम 2012 से शुरू हआ, 24 करोड़ पौधा का लक्ष्य था. हरित आवरण पंद्रह प्रतिशत के आसपास पहुंच गया है. हमारा लक्ष्य 17 प्रतिशत है.

तीसरा कृषि रोड मैप चल रहा

सीएम ने कहा कृषि के क्षेत्र में 2009 से रोड मैप चल रहा है. अभी तीसरा रोड मैप चल रहा है. मौसम के अनुकूल खेती को बढ़ावा दिया जा रहा. पुआल को जलाने को रोकने के लिए विनम्रता पूर्वक आग्रह करते हुए कहा, इसे रोकिये. लोगों को बताना है पुआल जलाना नुकसान पहुंचायेगा. फसल अवशेष प्रबंधन पर ध्यान देना है.सौर उर्जा पर ध्यान केंद्रीत किया जा रहा है. अभी इसकी शुरूआत की गयी है. दो हजार सरकारी भवनों पर इसे लगाया जा रहा है. जल जीवन हरियाली के पक्ष में मानव श्रृंखला भी बना.

राज्य में प्रति व्यक्ति की आय बढ़ी

19 जनवरी, 2020 को पांच करोड़ 16 लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया. इसकी शुरूआत की गयी तो नवंबर 2019 में बिल गेट्स आये थे वो बड़े प्रसन्न हुए. आज बिहार दिवस के अवसर पर जल जीवन हरियाली अभियान के लिए सब लोगों को सजग होना है. आपस में प्रेम का माहौल कायम करना है. सीएम ने कहा कि राज्य में प्रति व्यक्ति की आय बढ़ी है. पर्यावरण के लिए भी काम हे रहा. महिलाओं के उत्त्थान के लिए काम किया जा रहा. समाज सुधार अभियान भी चला रहे. शराबबंदी, दहेजमुक्ति, बाल विवाह रोकने के प्रयास किये जा रहे हैं.

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