मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर रेलखंड के दिघरा रामपुर साह शेढ़ा स्थित रेल लाइन किनारे शनिवार को ट्रैक्टर चालक पिंकू शर्मा (40) का शव मिला. शव औधे मुंह रेल लाइन से सटे गिट्टी पर पड़ा हुआ था. पुलिस को रेल ट्रैक पर कई जगह खून का धब्बा मिला. साथ ही मृतक की पीठ, पेट के दायीं ओर और आंख, सिर सहित पर अन्य जगह जख्म था. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया है. पिता और भाई ने पुरानी अदावत में पिंकू शर्मा की हत्या कर रेलवे लाइन के किनारे शव को फेंक देने का आरोप अपने गांव के एक परिवार पर लगाया है. सदर थाना के थानेदार सत्येंद्र कुमार मिश्रा ने कहा कि परिजन हत्या का आरोप लगा रहे हैं. फिलहाल बयान नहीं हो सका है. बयान के बाद आगे का खुलासा हो सकेगा. पुलिस वैज्ञानिक और मैनुअल तरीके से छानबीन में जुट गयी है.
सरपंच चंदन कुमार ने बताया कि पिंकू कुमार शुक्रवार की रात करीब नौ बजे से लापता था. वह खाना खाने के बाद घर से बाहर निकला था. देर रात तक नहीं मिला. अहले सुबह करीब चार बजे पिंकू के भाई और पिता उनके पास आये और बताया कि उसकी हत्या हो गयी है. उसका शव लाइन किनारे है. इसके बाद सदर थाना, आरपीएफ और जीआरपी को सूचना दी गयी. फिर पुलिस मौके पर पहुंचकर छानबीन की और शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. फिलहाल गांव में तनाव व्याप्त है.
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सदर थाने की पुलिस ने वरीय पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर डॉग स्क्वायड से घटनास्थल की तफ्तीश करायी. डॉग घटनास्थल से निकलकर मालगोदाम परिसर में जाकर बैठ गया. इसके बाद वह आगे नहीं बढ़ा. पुलिस ने आशंका जतायी है कि जो भी हत्यारे रहे होंगे, वे मालगोदाम परिसर से होकर घटनास्थल पर पहुंचे थे. पुलिस उस इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाल रही है. हालांकि, अबतक ठोस सुराग हाथ नहीं लग सका है.
परिजनों ने बताया कि पिंकू के बेटा राहुल कुमार का भी शव 31 मार्च को नारायणपुर-दिघरा रोड स्थित एक नाला में मिला था. इस मामले का एक नामजद अभी जेल में बंद है. कई अब भी फरार हैं.
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लोगों ने बताया कि करीब चार बजे सुबह में शव होने की जानकारी पुलिस और रेल पुलिस को दी गयी. लेकिन, सदर थाने की पुलिस सुबह छह बजे के बाद और जीआरपी करीब सुबह आठ बजे के बाद घटनास्थल पर पहुंची. जीआरपी ने घटनास्थल स्थानीय पुलिस के क्षेत्राधिकार में होने की बात कही और शव को कब्जे में लेने से इंकार कर दिया. इसके बाद सदर थाने की पुलिस ने पूरी कार्रवाई की. आरपीएफ नारायणपुर की भी टीम मौके पर पहुंची थी.