Bihar DElEd Admission:च्वाइस फीलिंग में दिक्कत से छात्र परेशान, पेमेंट करने से पहले जानें क्या है परेशानी
Bihar DElEd Admissions में छात्रों को नयी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि बिहार के सरकारी व गैर सरकारी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में डीएलएड सत्र 2022-24 में नामांकन के लिए कॉलेज च्वाइस की प्रक्रिया पूरी करने में अभ्यर्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
Bihar DElEd Admissions में छात्रों को नयी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि बिहार के सरकारी व गैर सरकारी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में डीएलएड सत्र 2022-24 में नामांकन के लिए कॉलेज च्वाइस की प्रक्रिया पूरी करने में अभ्यर्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बिहार बोर्ड ने रजिस्ट्रेशन और च्वाइस फीलिंग के लिए दो नवंबर तक का समय दिया है, लेकिन आवेदन जब से शुरू हुई है तबसे बिहार बोर्ड के पोर्टल में गड़बड़ी व्याप्त है. शुरुआती दिनों में सर्वर, कॉलेज प्रिफरेंस व पेमेंट आदि की समस्या थी. अभ्यर्थियों ने लगातार ईमेल के माध्यम से पोर्टल में सुधार के लिए पत्र भेजा, तब जाकर पोर्टल में सुधार किया गया है. साइट में सुधार हो गया, फिर भी पोर्टल कछुआ चाल में चल रहा है.
अभ्यर्थियों का कहना है कि फिलहाल पेमेंट से संबंधित समस्या बढ़ गई है. एक अभ्यर्थी एक से दो बार, तो कोई चार- पांच बार पेमेंट कर रहा है. अभ्यर्थी के अकाउंट से पैसा तो कट जा रहा है, लेकिन दुबारा लॉगिन करने पर फिर से पेमेंट मांग रहा है. ऐसे में अभ्यर्थी कॉलेज प्रिफरेंस भी नहीं दे पा रहे हैं. उनका कहना है कि बिना पेमेंट के कॉलेज प्रिफरेंस देने का ऑप्शन आता ही नहीं है. इस संबंध में अभ्यर्थी अंकित, सचिन, सना अफरीन आदि ने बोर्ड के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क किया तो बोर्ड के कर्मचारी ने कहा कि दुबारा पेमेंट करके आवेदन कंप्लीट कर लें. यह भी बताया गया कि जो ज्यादा पैसा कटा है, वह 48 से 72 घंटे में अभ्यर्थी के खाते पर वापस हो जाएंगे.
टीचर्स एकेडमी के फाउंडर शिवम प्रियदर्शी ने शिक्षा विभाग व बोर्ड के अधिकारी को संपर्क कर अभ्यर्थियों द्वारा एक्स्ट्रा हुआ पेमेंट को वापस करने का निवेदन किया. साथ ही उन्होंने कहा कि जबसे बेल्ट्रॉन को कार्यभार मिला है, तब से गड़बड़िया ही सामने आ रही है. बोर्ड के कर्मचारी को बार- बार कॉल और मेल के माध्यम से शिकायत कह रहे हैं, लेकिन वो अपना गलती मानने को तैयार नहीं है. उनका कहना होता है कि पैसा अभ्यर्थी के अकाउंट में ही चला जाएगा, लेकिन जब अभ्यर्थी बैंक से संपर्क करते हैं तो बैंक का कहना होता है कि पैसा बोर्ड के पास ही है. अब अभ्यर्थी कहां जाएं. शिक्षा विभाग और बिहार बोर्ड से मांग की कि अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बंद करें और अभ्यर्थियों के एक्स्ट्रा पेमेंट को यथाशीघ्र वापस करें.