भागलपुर में डेंगू से अधिकारी समेत दो मरीजों की मौत, बिहार में अब तेजी से बढ़ रहा मच्छरों का आतंक
बिहार में डेंगू से मौत के मामले अब तेजी से बढ़ने लगे हैं. मंगलवार की रात को दो और मरीजों की मौत भागलपुर के मायागंज अस्पताल में हो गयी. मृतकों में एक सहकारिता पदाधिकारी भी बताए जा रहे हैं. जबकि एक बांका के निवासी हैं. जानिए ताजा अपडेट..
बिहार में डेंगू का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. कोसी-सीमांचल समेत भागलपुर व आसपास के जिलों में भी डेंगू का संकट अब गहराता जा रहा है. भागलपुर के JLNMCH अस्पताल में दो और डेंगू पीड़ित मरीजों की मौत हो गयी है. दोनों मरीज बांका जिला के रहने वाले थे. मृतकों में एक बांका के निवासी तो एक भागलपुर के निवासी थे जो बांका में ही रह रहे थे. इनमें एक सहकारिता पदाधिकारी के पद पर तैनात थे.
बिहार में डेंगू से मौत के मामले बढ़ने लगे हैं. कटिहार में एक सिपाही की मौत पिछले दिनों हुई थी जो भागलपुर के नाथनगर के रहने वाले थे. वहीं एक महिला ने भी डेंगू की वजह से दम तोड़ दिया था. जबकि जमुई में डेंगू पीड़ित दो मरीजों की जान जा चुकी है. इलाज के दौरान दोनों की तबीयत बिगड़ी तो हायर सेंटर रेफर किया गया था. लेकिन दोनों की जान नहीं बच सकी थी. वहीं भागलपुर में अब डेंगू के मरीज अधिक सामने आ रहे हैं. तिलकामांझी समेत कुछ इलाकों में डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है.
बता दें कि भागलपुर में दो दर्जन से अधिक डेंगू मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. वहीं एक दर्जन पुलिसकर्मी भी डेंगू की चपेट में आ चुके हैं. तिलकामांझी थाना के कई पुलिसकर्मी डेंगू से पीड़ित हैं. वहीं कटिहार के कोढ़ा नगर पंचायत क्षेत्र में डेंगू के बढ़ते प्रभाव को लेकर फोगिंग मशीन से मंगलवार को छिड़काव कार्य प्रारंभ कराया गया. थाना परिसर से लेकर प्रखंड मुख्यालय के अलावा नगर पंचायत परिक्षेत्र में फॉगिंग का कार्य कराया गया. जानकारी हो कि पिछले दिनों डेंगू के बढ़ते प्रभाव के कारण थाना के वाहन चालक की मौत हो गयी थी. महिला सिपाही, पुलिस निरीक्षक के रीडर सहित थानाध्यक्ष डेंगू से पूरी तरह प्रभावित हो गये थे. डेंगू के प्रभाव से थाना में कार्यरत पुलिस पदाधिकारी व आरक्षी के बीच दशक का माहौल व्याप्त हो गया था. डेंगू के बढ़ते प्रभाव को लेकर स्थानीय लोगों की मांग हो रही थी कि डेंगू से बचाव के लिए तत्काल कोई ठोस उपाय किया जाए. फागिंग मशीन की खरीदारी कर छिड़काव का कार्य प्रारंभ किया गया है. ताकि डेंगू के बढ़ते प्रभाव से आमलोगों को बचाया जा सके.