दिल्ली पहुंचे बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री, राष्ट्रपति से की मुलाकात, कल PM Modi से मिलेंगे
Bihar News: बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी राष्ट्रीय राजधानी के दौरे पर हैं. बुधवार को उन्होंने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की. इस दौरान इन्होंने राष्ट्रपति को महान आंचलिक कथाकार फणीश्वरनाथ रेणु की कालजयी रचना ‘मैला आंचल’ और ‘परती परीकथा’ की प्रतियां भेंट कीं.
Bihar News: बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी राष्ट्रीय राजधानी के दौरे पर हैं. बुधवार को उन्होंने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की. इस दौरान इन्होंने राष्ट्रपति को महान आंचलिक कथाकार फणीश्वरनाथ रेणु की कालजयी रचना ‘मैला आंचल’ और ‘परती परीकथा’ की प्रतियां भेंट कीं. साथ ही बिहार में चल रहे विकास कार्यों के बारे में भी जानकारी दी.
इसके अलावा दोनों डीप्टी सीएम की मुलाकात केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से भी हुई. तारकिशोर प्रसाद ने इन सभी मुलाकातों की तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा कि रेलमंत्री से बिहार से जुड़ी रेल परियोजनाओं पर चर्चा हुई.
आज दिल्ली प्रवास के दौरान केंद्रीय मंत्री @PiyushGoyal जी से मिला। इस मौके पर बिहार से जुड़ी रेल परियोजनाओं पर चर्चा हुई। @renu_bjp @PiyushGoyalOffc pic.twitter.com/pK9lbKSVbX
— Tarkishore Prasad (@tarkishorepd) December 23, 2020
वहीं स्मृति ईरानी ने आत्मनिर्भर बिहार के हमारे संकल्प को पूर्ण करने में हरसंभव सहयोग करने का वादा किया. वहीं मीडिया से बात करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि कल यानी गुरुवार को दोनों की मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी होगी.
दिल्ली प्रवास के दौरान आज भाजपा की तेज तर्रार नेत्री और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जी (@smritiirani) से मुलाकात हुई. उन्होंने आत्मनिर्भर बिहार के हमारे संकल्प को पूर्ण करने में हरसंभव सहयोग करने का वादा किया. pic.twitter.com/zJ4ESAywAr
— Tarkishore Prasad (@tarkishorepd) December 23, 2020
कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में हम सभी काम को पूरे करेंगे और बिहार के विकास को लेकर जो सपना देखा है उसे पूरा करने के लिए हम बात करेंगे. तारकेश्वर प्रसाद ने विश्वास जताया कि बिहार की डबल इंजन सरकार का लाभ हम सभी को मिलेगा और बिहार भी भारत की तरह आत्मनिर्भर बनेगा.
Posted By: Utpal kant