Bihar Diwas 2023: बिहार के विकास के लिए नीतीश कुमार ने मांगा सबका सहयोग, बोले- मिलकर रहेंगे तो आगे बढ़ेंगे
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के विकास के लिए सबका सहयोग मांगा है. उन्होंने कहा है कि हम सब मिलकर रहेंगे तो आगे बढ़ेंगे. उन्होंने तमाम राजनीतिक पार्टियों के नेताओं से आग्रह किया कि पार्टी से ऊपर उठकर बिहार के विकास के लिए हम सब को काम करना है.
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के विकास के लिए सबका सहयोग मांगा है. उन्होंने कहा है कि हम सब मिलकर रहेंगे तो आगे बढ़ेंगे. उन्होंने तमाम राजनीतिक पार्टियों के नेताओं से आग्रह किया कि पार्टी से ऊपर उठकर बिहार के विकास के लिए हम सब को काम करना है. बिहार दिवस के मौके पर पटना के गांधी मैदान में आयोजित राजकीय समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार आगे बढ़ रहा है, लेकिन देश की चाल से अभी भी बहुत पीछे है. देश की प्रति व्यक्ति आय करीब डेढ लाख रुपया है जबकि बिहार में प्रति व्यक्ति आय अभी भी 50 हजार के आसपास है. उन्होंने कहा कि यह फासला लगभग तीन गुना है और इसे खत्म करने के लिए बिहार को विशेष दर्जे की जरुरत है.
बिहार का इतिहास गौरवशाली
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार एक एतिहासिक जगह है. इसका इतिहास गौरवशाली है. बिहार ने देश और दुनिया को बहुत कुछ दिया है. बिहार धर्मों का उद्गम स्थल रहा है. यह बुद्ध के ज्ञान की भूमि है. यह महावीर की जन्म भूमि है. यह गुरुगोबिंद सिंह की भी जन्मस्थली है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार सूफी संतों की भी जमीन है. उन्होंने मनेर शरीफ और बिहारशरीफ का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार में हर धर्म और संप्रदाय के लिए हमेशा जगह रहा है. मैं आप सभी से कहना चाहता हूं कि आपास में मिलकर रहिए. शांति बनाये रखिए. कुछ लोग दंगा-फसाद करायेंगे, उनका तो काम ही वही है, लेकिन हमें एकजुट रहना है.
बिहार को आगे बढ़ाने में सबका सहयोग जरूरी
मुख्यमंत्री ने बिहार दिवस समारोह को लेकर कहा कि पहले ये नहीं होता था. लोगों को पता नहीं था कि बिहार दिवस कब है. 1911 में बिहार और ओडिसा को बंगाल से अलग करने की घोषणा हुई, लेकिन 22 मार्च 1912 को इस संबंध में अधीसूचना जारी हुई. हम लोगों ने सभी से सलाह लेकर तय किया कि 22 मार्च को बिहार दिवस मनायेंगे. आज हर जिले और प्रखंड में बिहार दिवस का आयोजन हो रहा है. देश और विदेश में भी इसका आयोजन हो रहा है. कई जगहों से बिहार दिवस की शुभकामनाएं आ रही है. बिहार को लेकर एक बेहतर माहौल बना है. मुख्यमंत्री ने कहा कि नालंदा को फिर ज्ञान स्थली बनाना है. हमने बिहार के तमाम महापुरुषों के नाम पर संस्थाओं के नाम रखे हैं. चाणक्य, अशोक, कौटिल्य, चंद्रगुप्त के नाम पर पटना में संस्थाएं हैं. बिहार एतिहासिक रहा है और हम सबको वैसा ही बिहार बनाने में अपना योगदान देना चाहिए.