बिहार: छपरा से अपहृत डॉक्टर के बेटे को पुलिस 10 घंटे में पटना से किया बरामद, जानें कैसे दबोचे गए अपराधी
बिहार के सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र के चेंफुल गांव से अपह्रत बच्चे को पुलिस ने केवल 10 घंटों में बरामद कर लिया है. इसके बाद पुलिस के फुर्ती की हर तरफ तारीफ हो रही है.
बिहार के सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र के चेंफुल गांव से अपह्रत बच्चे को पुलिस ने केवल 10 घंटों में बरामद कर लिया है. इसके बाद पुलिस के फुर्ती की हर तरफ तारीफ हो रही है. बताया जा रहा है कि घर के बाहर खेल रहे प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ रुस्तम अली के सात वर्षीय पुत्र फरहान अली अपहर्ताओं ने अपहरण कर लिया था. घटना की सूचना पाकर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महज 10 घंटे के भीतर पटना के अगमकुंआ थाना क्षेत्र से सकुशल बरामद कर लिया. मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
घटना के संबंध में अपहृत बच्चे के पिता ने बताया कि शनिवार की सुबह उनके दरवाजे पर खेलने के दौरान पड़ोस में रहने वाले बालक के रिश्ते का फुफेरा भाई जीसान अली उसे बहला फुसलाकर अपनी स्कूटर पर बिठा लिया तथा एकमा ले जाकर पटना के रहने वाले दो अपहर्ताओं के हवाले कर दिया. घटना की सूचना पाकर मांझी थाना पुलिस तत्काल हरकत में आ गयी तथा एकमा के रास्ते में पड़ने वाले सीसीटीवी कैमरे को खंगाल कर पहले जीसान अली को हिरासत में ले लिया तथा बाद में उसकी निशानदेही पर मांझी तथा अगमकुंआ पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर महज 10 घंटे के भीतर बालक को सकुशल बरामद कर लिया तथा पटना में रहने वाले दोनों अपहर्ताओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
मांझी थानाध्यक्ष अशोक कुमार दास ने बताया कि अपहणकर्ताओं ने पूछताछ में बताया है कि फिरौती की मोटी रकम वसूलने के उद्देश्य से उनलोगों ने बच्चे का अपहरण किया था. बड़ी बात ये है कि अपहरण की साजिश रहचने वाला बच्चे के परिवार का जानने वाला है. वो बच्चे के रिश्ते का फुफेरा भाई है. पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है.