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बिहार: उत्तर बिहार में फैले नशाखुरानी गिरोह का बड़ा खुलासा, लूट लेते थे ई-रिक्शा, जानें खौफनाक कहानी

Bihar Crime News: बिहार के मुजफ्फरपुर सदर पुलिस ने उत्तर बिहार में फैले नशाखुरानी गिरोह के नेटवर्क का खुलासा किया है. बुधवार को छापेमारी कर एक गैरेज से 16 से अधिक ई-रिक्शा और उसके नये पार्टस बरामद किये हैं. साथ ही गैरेज संचालक आमगोला निवासी विजय भगत सहित पांच को पकड़ा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2023 7:56 AM

Bihar Crime News: बिहार के मुजफ्फरपुर सदर पुलिस ने उत्तर बिहार में फैले नशाखुरानी गिरोह के नेटवर्क का खुलासा किया है. बुधवार को छापेमारी कर एक गैरेज से 16 से अधिक ई-रिक्शा और उसके नये पार्टस बरामद किये हैं. साथ ही गैरेज संचालक आमगोला निवासी विजय भगत सहित पांच को पकड़ा है. मंगलवार की देर शाम छापेमारी कर भिखनपुरा से तीन कटे हुए ई-रिक्शा बरामद किये थे. मकान मालिक से पूछताछ के बाद गैरेज की जानकारी पुलिस को मिली और पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए 16 ई-रिक्शा के साथ गैरेज संचालक सहित पांच को पकड़ लिया. नशाखुरानी गिरोह के अपराधी लूटी गयी ई-रिक्शा को सिद्धार्थपूरम स्थित विजय भगत के गैरेज में छिपाते थे और वहीं से खपाते भी थे. कई इ-रिक्शा से बैट्री गायब मिली. पुलिस की छापेमारी जारी है. यह गिरोह मुजफ्फरपुर के अलावा वैशाली, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, शिवहर और चंपारण में सक्रिय बताया गया है.

दोबारा छापेमारी में मिले 16 से अधिक ई-रिक्शा

छापेमारी में 16 से अधिक कटे हुए ई रिक्शा को बरामद किये गये हैं. बरामद ई-रिक्शा पटना, बेगूसराय समेत अन्य कई जिलों के हैं. सदर थानेदार सत्येंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि सिद्धार्थपुरम में किराये पर एक गैरेज चल रहा था. सूचना मिली थी कि नशाखुरानी गिरोह के अपराधी लूटी गयी गाड़ियां एक गैरेज में खपाते हैं. इस आधार पर छापेमारी की गयी. इसमें तीन ई-रिक्शा मंगलवार को बरामद किया गया था. दोबारा छापेमारी के दौरान 16 से अधिक कटे हुए ई रिक्शा बरामद किये गये. पार्ट पुर्जे भी मिले हैं. कुछ गाड़ियों के नंबर पटना व बेगूसराय के हैं.

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मोतिहारी व भागलपुर का मिला आधार कार्ड

बताया गया कि मौके से दो आधार कार्ड मिले हैं. एक पूर्वी चंपारण के मोतिहारी का है, जबकि दूसरा आधार कार्ड भागलपुर के पते का है. इसके अलावा रेल टिकट भी पुलिस ने बरामद किये हैं, जो भागलपुर-मुजफ्फरपुर, मुजफ्फरपुर-भागलपुर और मुजफ्फरपुर-पटना आदि के हैं. सभी जब्त दस्तावेज का सत्यापन किया जा रहा है.

गैरेज संचालक ने बताये कई नाम

पूछताछ में गैरेज संचालक ने अपने कई साथियों के नाम बताये हैं. प्रारंभिक छानबीन में बताया गया कि गाड़ियों को मुजफ्फरपुर के बाहर भी भेजा जाता था. उसके पार्ट्स खोलकर भी बिक्री करता था. गाड़ी को कहां से लाया गया है, गाड़ी काटने की वजह और उसे कहां देना है, इसकी जानकारी जुटायी जा रही है. गिरोह के अन्य अपराधियों की भी पहचान की कवायद की जा रही है.

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