‍‍Bihar Durga Puja मेले में समोसा-जलेबी खाने से अरवल में दो लोगों की मौत, 26 लोग बीमार

Bihar Durga Puja मेले में समोसा और जलेबी खाने से अरवल में दो लोगों की मौत हो गयी. वहीं बताया जा रहा है कि 26 लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं. बीमार सभी लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ज्यादातर लोग ओलदाज बाजार और रोहाई गांव के रहने वाले हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 5, 2022 2:40 PM

Bihar Durga Puja मेले में समोसा और जलेबी खाने से अरवल में दो लोगों की मौत हो गयी. वहीं बताया जा रहा है कि 26 लोग गंभीर रुप से बीमार हो गए हैं. बीमार सभी लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ओलदाज बाजार और रोहाई गांव से लोग मेला देखने मंगलवार की शाम आए थे. ग्रामीणों ने बताया कि रात आठ बजे से लोगों की तबीयत खराब होने लगी. ओलदाज गांव के एक पिता-पुत्र की सबसे पहले तबीयत खराब हुई. इसके बाद दर्जनों लोगों विषाक्त भोजन खाने से उल्टी, सांस लेने में परेशानी के साथ सदर अस्पताल में भर्ती किए गए.

दो लोगों की मौत से गांव में मातम

विजयादशमी पर दो लोगों की मौत से गांव में मातम का माहौल है. सदर अस्पताल में डॉक्टरों ने बताया कि पहले मरीज पहुंचने लगे तो आनन-फानन में इलाज शुरू किया गया. कुछ मरीजों में तेज रिकवरी देखने को मिली. मगर इस बीच दो लोगों की जान चली गयी. बुधवार सुबह 10 बजे तक 26 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल प्रशासन ने बताया कि और मरीजों के भर्ती होने की संभावना है. इसके लिए तैयारी की गयी है. हालांकि स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव के कई लोग प्राइवेट अस्पताल में इलाज करा रहे हैं. ऐसे में बीमार लोगों की संख्या का पता लगाया संभव नहीं है.

बीमारों में कई गांव के लोग शामिल

मेला में आने वाले ज्यादातर लोगों ने समोसा और जलेबी खायी थी. वहीं कुछ लोग का कहना है कि ब्रेड पकौड़ा और जलेबी खाने से भी उनकी तबीयत खराब हुई है. बीमार लोगों में करपी थाना क्षेत्र के केश्वर बीघा गांव, बाजीतपुर और बारा रोहाई के निवासी शामिल हैं. वहीं मृतकों में बाबूलाल बिंद और उनके बेटे आठ वर्षीय गौतम कुमार शामिल है. बीमार लोगों में 9 छोटे बच्चे और ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं. अस्पताल उपाधीक्षक रमन आर्यभट्ट ने बताया कि बच्चे की मौत अस्पताल में हुई है. उसको सांस लेने में समस्या थी बहुत से लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार होकर अस्पताल में आए हैं जिनमें अधिकतर बच्चे हैं. मरीजों का इलाज के बाद स्थिति में सुधार हुआ है.

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