बिहार में पिछले दिनों बड़ा सियासी उलटफेर हुआ और महागठबंधन की सरकार बन गयी. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री तो तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री बने. सीएम और डिप्टी सीएम समेत नीतीश कैबिनेट में अब 33 मंत्री हैं. वहीं मंत्रालय बंटवारे में भी कई अहम बदलाव देखे गये. सूबे के शिक्षा का जिम्मा अब जदयू के बदले राजद के पास आ गया. मधेपुरा विधानसभा के विधायक प्रो चंद्रशेखर को बिहार का शिक्षा मंत्री बनाया गया.
1967 के बाद मधेपुरा को दूसरी बार शिक्षा मंत्रालय का दायित्व मिला है. वर्ष 1967 में आलमनगर से निर्वाचित विधायक विद्याकर कवि को बिहार सरकार में शिक्षा मंत्री बनने का सौभाग्य मिला था. प्रो चंद्रशेखर राजद के मजबूत नेता माने जाते हैं. उन्होंने 2010 में राजद उम्मीदवार के रूप में मधेपुरा विधानसभा से जीत दर्ज करायी और तब से लगातार वह यहां के विधायक हैं.
2020 में प्रो चंद्रशेखर ने पूर्व सांसद पप्पू यादव को केवल हराया ही नहीं बल्कि इस चुनाव में पप्पू यादव की जमानत जब्त हो गयी थी. राजद उम्मीदवार चंद्रशेखर ने जीत की हैट्रिक लगायी है.
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सीनेट सिंडिकेट से अपनी राजनीती की शुरूआत करने वाले प्रो चंद्रशेखर हमेशा लालू प्रसाद के चहेते रहे. शिक्षक अनिरूद्ध प्रसाद यादव के पुत्र प्रो चंद्रशेखर का अब तक मधेपुरा शहर में कोई मकान नहीं है. आज भी वह अपने गांव भेलवा से मधेपुरा आते हैं और हमेशा लोगों के बीच उपलब्ध रहते हैं. वहीं उनके शिक्षा मंत्री बन जाने के बाद मधेुपरा के लोगों में खुशी है. बताते चलें कि इससे पहले एनडीए सरकार के दौरान जदयू के विजय कुमार चौधरी शिक्षा मंत्री रहे.
Published By: Thakur Shaktilochan