Ramcharitmanas Controversy: बिहार में फिर एकबार मंडल और कमंडल की चर्चा छिड़ गयी है. सूबे के शिक्षा मंत्री (Education Minister Bihar) प्रो चंद्रशेखर ने रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दिये और बिहार से लेकर देशभर की सियासत इसपर गरमा गयी. भाजपा ने महागठबंधन को इस बयानबाजी पर घेरा और शिक्षा मंत्री को पद से इस्तीफा देने की मांग की. वहीं जदयू ने इसका खुलकर विरोध जताया और बयान को गलत व्याख्या करार दिया. जबकि राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इस बयान का समर्थन करते हुए इसे मंडल और कमंडल की राजनीति से जोड़ दिया.
रामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान को राजद का समर्थन मिला है.राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने शुक्रवार को प्रो चंद्रशेखर की मौजूदगी में ही साफ शब्दों में कह दिया कि पूरी पार्टी उनके साथ खड़ी है. शिक्षा मंत्री को समाजवादियों की राह पर चलने वाला बताया और कहा कि कमंडलवासियों से लड़ने के लिए मंडलवादी एक दम तैयार हैं.
राजद प्रदेश कार्यालय में शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर भी मौजूदगी में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि इस बयान को कमंडल के खिलाफ मंडल माना जाना चाहिए. हमें उनके साथ खड़ा होने की जरूरत है. वहीं दिवंगत शरद यादव के संकल्प को भी याद कराया और कहा कि कमंडल के सामने मंडल को हारने नहीं दिया जायेगा.
बता दें कि महागठबंधन में शिक्षा मंत्री के इस विवादित बयान को लेकर दो फाड़ है. जदयू ने इस बयान का समर्थन नहीं किया है. नीतीश कुमार के करीबी व मंत्री अशोक चौधरी ने मीडिया को संबोधित कर कहा कि शिक्षा मंत्री रामचरितमानस के दोहों की गलत व्याख्या कर रहे हैं और भ्रम फैला रहे हैं. इससे महागठबंधन की छवि धूमिल हो रही है.
मंत्री अशोक चौधरी न बकायदा उन सभी दोहों का अर्थ स्पष्ट किया और कहा कि शिक्षा मंत्री ये भी बताएं कि आखिर किस संदर्भ में इसका उल्लेख हुआ. इस पद पर रहकर ऐसी बयानबाजी युवाओं को भ्रमित करेगी. नीतीश कुमार को उन्होंने राम को मानने वाला नेता बताया.
Posted By: Thakur Shaktilochan