बांका : आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कार्मिक कोषांग की गतिविधि काफी तेज कर दी गयी है. मतदान सहित अन्य चुनाव से संबंधित कार्यों के लिए कर्मियों की तैनाती से लेकर दायित्व तक की कार्य योजना तैयार की जा रही है. मौजूदा समय में 3500 से 4000 मतदान कर्मियों की कमी आ रही है. हालांकि, 3500 की संख्या में महिला कर्मियों का डाटा सुरक्षित है. यदि महिला कर्मियों की ड्यूटी इस बार पक्के तौर पर लगायी जायेगी, तो चुनाव कर्मियों की कमी समाप्त हो सकती. वहीं अबकी मिश्रित मतदान केंद्र बनाने की भी बात चल रही है. मिश्रित मतदान केंद्र में पुरुषों के साथ महिला कर्मियों की भी चुनाव ड्यटी लगेगी. मिश्रित मतदान केंद्र ब्लैक रोड यानी मुख्य मार्ग के निकट बनाये जायेंगे. दरअसल, मतदान में 12500 मतदान कर्मियों की आवश्यकता है. अभी 9000 मतदान कर्मियों का डाटा तैयार है. लिहाजा कमी की पूर्ति के लिए महिला कर्मियों को इसी मिश्रित मतदान केंद्र में ड्यूटी देकर पूरी की जा सकती है.
बांका जिले के सभी पांच विधानसभा के 11 प्रखंड मुख्यालय में पिंक मतदान केंद्र भी बनाने पर बल दिया जा रहा है. हालांकि, इसका निर्णय अभी अधिकारिक तौर पर नहीं लिया गया है. परंतु, अबतक चल रही चर्चा के मुताबिक महिला सशक्तिकरण को मजबूती देने के लिए इस बार भी जिले के 11 प्रखंड में एक-एक पिंक मतदान केंद्र बनाये जा सकते हैं. पिंक मतदान केंद्र की बागडोर केवल महिला मतदान कर्मी ही संभालती हैं. यहां पीठासीन पदाधिकारी से लेकर अन्य मतदान कर्मी, सभी महिलाएं ही होती हैं.
इस बार कोविड-19 संक्रमण को लेकर सामाजिक दूरी के साथ मतदान केंद्र संपन्न करने के लिए मूल मतदान केंद्र से पृथक एक सहायक मतदान केंद्र भी बनाया गया है. लिहाजा, पूर्व चुनावों की तुलना इस बार मतदान केंद्रों की संख्या भी बढ़ा दी गयी है. इस बार 554 मतदान केंद्र की वृद्धि हुई है. यानी 1491 से बढ़ कर मतदान केंद्र की संख्या 2045 हो गयी है.
निर्वाचन आयोग की दो सदस्यीय टीम में शामिल उप निर्वाचन पदाधिकारी शामिल सुदीप जैन व चंद्र भूषण कुमार ने शहरी मतदान केंद्र में महिला कर्मियों की तैनाती की बात कही. जिसके बाद फिलहाल बांका व अमरपुर के शहरी क्षेत्र के 74 मतदान केंद्र में महिला की तैनाती की रणनीति बनायी गयी है. इसके अलावा जिस मतदान केंद्र में मतदाताओं की संख्या 500 से कम है, वैसे मतदान केंद्रों पर महिला मतदान कर्मी की तैनाती पर बल दिया गया है. लिहाजा, 500 से कम वाले बूथों की संख्या 100 चिह्नित किया गया है. जिले में तीन हजार के आसपास महिला कर्मी का डाटाबेस तैयार किया गया है.
posted by ashish jha