भभुआ. धान के कटोरा कैमूर के 79 हजार 878 किसानों ने खेतों का पटवन करने के लिए सरकार से बोरवेल की मांग की है. सरकार की शुरू हुई हर खेत को पानी अभियान के सर्वे के दौरान किसानों का यह रुझान सामने आया है.
वर्तमान में जिले के विभिन्न प्रखंडों में 28 हजार 775 हेक्टेयर खेतों के पटवन के लिए अब भी किसी तरह की सिंचाई सुविधा उपलब्ध नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार बनने के साथ ही हर खेत को पानी देने की योजना अब धीरे-धीरे पटरी पर आने लगी है.
हालांकि सूबे में धान के कटोरा के रूप में पहचान बनाये कैमूर में हर खेत को पानी अभियान के सर्वे में अब भी 28 हजार 775 हेक्टेयर खेतों को पटवन का पानी नहीं मिलने का मामला सामने आया है.
इसी तरह इस सर्वे के दौरान जब कृषि विभाग के कर्मियों द्वारा वैसे किसान जिनके हर फसल पर खेतों के पटवन के लिए पानी नहीं उपलब्ध हो रहा था, जब पटवन के साधन की बात पूछी गयी, तो 79 हजार 878 किसानों ने बोरवेल की जरूरत सरकार के सामने रख दी है.
इसमें 41 हजार 696 किसानों की मांग डीजल चलित बोरवेल से संबंधित थी. जबकि, 25103 किसानों ने विद्युत चलित बोरवेल की जरूरत बताये. इसी तरह 13 हजार 79 किसान ऐसे भी थे, जिन्होंने सर्वे के दौरान सोलर चलित बोरवेल प्लाटों पर लगवाने की मांग की.
इस संबंध में जानकारी देते हुए सहायक कृषि निदेशक आशीष कुमार ने बताया कि कृषि जल एप पर हर खेत को पानी अभियान के सर्वे आंकड़ों के अनुसार कैमूर में बड़े पैमाने पर किसानों द्वारा अपने खेतों के पटवन के लिए बोरवेल की जरूरत बतायी गयी है.
इसकी रिपोर्ट सरकार को भेज दी गयी है. गौरतलब है कि कैमूर में खेती का कुल रकबा एक लाख 34 हजार 987 हेक्टेयर है. इसमें असिंचित एरिया को छोड़ने के बाद एक लाख छह हजार 212 हेक्टेयर जमीन का जिले में पटवन पहले से हो रहा है.
वहीं, हर घर नल का जल और घर-घर बिजली के वादे पर वर्ष 2015 का विधानसभा चुनाव जीते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बार के विधानसभा चुनाव में हर खेत को पानी देने का वादा किसानों से किया है.
प्रखंड किसान
रामपुर 2044
कुदरा 4046
अधौरा 39995
भभुआ 2709
भगवानपुर 3228
चैनपुर 13099
चांद 5725
दुर्गावती 1320
मोहनिया 763
नुआंव 438
रामगढ़ 6511
Posted by Ashish Jha