पटना . ठंड के आगमन के साथ ही अस्पतालों में रोजाना ही ब्रेन हेमरेज के मरीज आ रहे हैं. हाल यह है कि शहर के कई बड़े अस्पतालों के न्यूरो वार्ड ब्रेन हेमरेज के मरीजों से फुल हो चुके हैं. यहां नये मरीजों को बेड नहीं मिल रहे हैं.
डॉक्टरों का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में ब्रेन हेमरेज के मरीज तेजी से बढ़ेंगे. खास कर जिन लोगों को बीपी की समस्या है, उनमें ब्रेन हेमरेज की आशंका काफी ज्यादा है.
आइजीआइएमएस में ही पिछले कुछ दिनों से रोजाना ही ब्रेन हेमरेज के मरीज भर्ती हो रहे हैं. गुरुवार को ही यहां आठ नये ब्रेन हेमरेज के मरीज पहुंचे. इससे पहले भी बुधवार को चार नये मरीज यहां भर्ती हुए थे.
डॉक्टरों का मानना है कि यहां रोजाना औसतन चार ब्रेन हेमरेज मरीज आ रहे हैं. यहां के न्यूरो मेडिसिन वार्ड में 36 बेडों में करीब 20 पर ब्रेन हेमरेज के मरीज भर्ती हैं.
वहीं आइसीयू के 24 बेडों में से 12 पर ब्रेन हेमरेज के मरीज हैं. पीएमसीएच और निजी अस्पतालों में भी इसके मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है.
पीएमसीएच के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ गुंजन कुमार बताते हैं कि ठंड में हर वर्ष ब्रेन हेमरेज के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. इस सबसे बड़ा या मुख्य कारण बीपी है.
ठंड में बीपी का तेजी से उतार-चढ़ाव होता है जो कि ब्रेन हेमरेज का कारण बनता है. इससे नस फटने का खतरा रहता है. इसलिए बीपी के मरीजों को सावधान रहने की जरूरत है. रात के समय या अहले सुबह खतरा ज्यादा होता है.
बचने के लिए बीपी की नियमित जांच करवाते रहें और इसे नियंत्रण में रखें. जांच की इलेक्ट्रॉनिक मशीन आसानी से मिल जाती है इसे पास में रख सकते हैं. तला-भुना खाना नहीं खाएं.
Posted by Ashish Jha