Bihar 1st Phase Election: कोरोना संकट के दौरान देश में पहली बार बिहार विधानसभा चुनाव होने जा रहा है. 28 अक्टूबर को पहले चरण का मतदान है. कोरोना संकट के देखते हुए मतदान के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. चुनाव आयोग ने कोरोना काल में संक्रमण के खतरे को कम करने के लिहाज से उम्मीदवार और मतदाता, दोनों के लिए विशेष व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए थे. बिहार चुनाव के पहले चरण में 16 जिले की 71 सीटों पर वोटिंग होगी. पहले चरण में कुल दो करोड़ 14 लाख 6 हजार 960 मतदाता है.
कोरोना काल में हो रहे चुनाव के मद्देनजर मतदान केंद्रों की संख्या इस बार बढ़ाई गई है. पहले चरण में भीड़ को कम करने के लिए कुल 31,380 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इस बार जो बूथ बनाए गए हैं, उसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य किया गया है. चुनाव आयोग के अधिकारी की मानें तो इस बार चुनाव में कुल 625 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है. जो 2015 में हुए चुनाव का 131 प्रतिशत अधिक है.
इस बार बूथों पर मतदान को आने वाले लोगों के लिए अतिरिक्त नियम बनाए गए हैं. मतदाताओं को पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर टोकन दिया जाएगा. ताकि लोगों को कतार में इंतजार ना करना पड़े। इसके अलावा बूथों पर शारीरिक दूरी का पालन करना के लिए जमीन पर निशान बनाए जाएंगे. दो मतदाताओं के बीच 6 फीट की दूरी होगी;. महिला व पुरुष मतदाताओं के लिए अलग-अलग टेंट लगाए जाएंगे. जहां वह अपने टोकन नंबर के नंबर का आने का इंतजार करेंगे. सभी केंद्रों के मुख्य द्वार पर साबुन और पानी उपलब्ध कराया जाएगा.
चुनाव आयोग की योजना कुल 6.56 करोड़ हैंड ग्लव्स को बांटने की है. जो बिहार के कुल 7.29 करोड़ वोटर का 90 प्रतिशत है. आयोग की कोशिश है कि बिहार के 38 जिलों में कम से कम एक-एक ग्लव्स सभी वोटर को मिल पाए. ताकि किसी को बैलेट मशीन को नंगी हाथों से छूने की जरूरत न पड़े. इसके अलावा बूथ के बाहर इंफ्रारेड थर्मोमीटर की भी व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा कुछ सुरक्षा किटों को रिजर्व में भी रखा गया है. ताकि जरूरत पर निकाला जा सके. इसके अलावा मतदान केंद्रों पर संक्रमण से बचाव के तहत हाथ धोने के लिए साबुन, सैनिटाइजर व मास्क की उपलब्धता रहेगी.
Also Read: Bihar Chunav 2020: कोरोना संकट में पहली परीक्षा कल, सियासी समर में 16 जिलों में कई कद्दावर, इन दिग्गजों पर नजर
निर्वाचन विभाग के सूत्रों के अनुसार कोरोना संकट को देखते हुए राज्य के सभी मतदान केंद्रों पर तैनात मतदानकर्मियों को थर्मल स्कैनर की सुविधा दी गई है. इससे मतदान केंद्र में प्रवेश करने वाले मतदाताओं के शारीरिक तापमान की स्कैनिंग की जाएगी. इससे कोरोना के संदिग्ध मरीजों की पहचान होगी.कोरोना संक्रमितों की बड़ी संख्या जिन इलाकों में होगी, वहां मतदानकर्मियों को मतदान कार्य संपन्न कराने के लिए पीपीई किट भी दी गई है.
Posted By: Utpal kanat