बिहार चुनाव 2020 : सुशील मोदी का तेजस्वी से सवाल, बिना रोजगार कैसे बने करोड़पति, शपथ-पत्र में गलत जानकारी देने को लेकर EC से करेंगे शिकायत
Bihar Vidhan Sabha Election 2020 News Update बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मुखिया लालू प्रसाद और उनके दोनों बेटे तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना है. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनके भाई तेज प्रताप यादव पर अवैध संपत्ति के मामले को लेकर फिर से हमला बोला है.
पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मुखिया लालू प्रसाद और उनके दोनों बेटे तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना है. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनके भाई तेज प्रताप यादव पर अवैध संपत्ति के मामले को लेकर फिर से हमला बोला है.
भाजपा मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव बिना किसी नौकरी या व्यापार के ही करोड़ों के मालिक बन गये हैं. यह कैसे संभव हुआ, इसके टिप्स उन्हें युवाओं को देना चाहिए. इससे लाखों नौजवानों को नौकरी देने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी. उन्होंने कहा कि नामांकन दाखिल करने में शपथपत्र में गलत जानकारी देने के मामले की शिकायत वे चुनाव आयोग से करेंगे. ऐसे इस तरह के मामलों में आयकर विभाग और ईडी को भी संज्ञान लेना चाहिए.
डिप्टी सीएम ने कहा कि इस चुनाव में भ्रष्टाचार भी बड़ा मुद्दा बनेगा. इतनी कम उम्र में तेजस्वी यादव 52 और तेज प्रताप यादव 31 से ज्यादा संपत्ति मालिक कैसे बन गये. इसका जवाब आम लोगों को देना होगा. नौवीं पास तेजस्वी यादव क्रिकेट में भी विफल रहे हैं. लालू प्रसाद का भ्रष्टाचार बनाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की स्वच्छ छवि की तुलना सार्वजनिक मंच पर की जायेगी.
सुशील मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण आइआरसीटीसी घोटाला मामले का ट्रायल शुरू नहीं हो पाया है. कोर्ट की कार्यवाही शुरू होने के बाद इस मामले का ट्रायल शुरू होगा और इस केस के आरोपित तेजस्वी यादव को ट्रायल से गुजरना होगा. इन लोगों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य हैं और इनका जेल जाना तय माना जा रहा है.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि तेजस्वी यादव ने जो शपथ-पत्र दाखिल किया है. उसमें चार करोड़ 10 लाख रुपये अनसिक्योर ऋण के रूप में एक देसी कंपनी को दिया है. पांच साल पहले 2015 के शपथ-पत्र में उन्होंने एक करोड़ सात लाख रुपये का ऋण दिखाया था. पांच साल में बिना किसी आमदनी के उनके पास तीन करोड़ रुपये कहां से आ गये, जो उन्होंने लोन के तौर पर दिया है.
उन्होंने कहा कि जिन दो संपत्तियों को उन्होंने शपथ-पत्र में अपने पैसे से खरीदा हुआ दिखाया है. उसमें गोपालगंज में एनएच की बगल में तीन मंजिला मकान उन्हें स्व. रघुनाथ झा ने 2005 में और चितकोहरा स्थित मकान को कांति सिंह ने गिफ्ट किया था. फिर इस गिफ्टेड मकान की गलत जानकारी उन्होंने शपथ-पत्र में कैसे दे दी. तेजस्वी यादव पर चीटिंग, मनी लॉड्रिंग और बेनामी संपत्ति के मुकदमे दर्ज हैं, जिसका जिक्र उन्होंने अपने शपथ-पत्र में नहीं किया है.
संवाददाता सम्मेलन शुरू होने के पहले उपमुख्यमंत्री ने वरिष्ठ फोटोग्राफर केएम शर्मा की कोरोना से हुई मौत पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि भी दी. प्रेस वार्ता के दौरान प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल, राकेश कुमार सिंह, अशोक भट्ट, एसडी संजय भी मौजूद थे.
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