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बिहार चुनाव 2020 : तीसरे और अंतिम चरण के लिए थमा प्रचार का शोर, जानिए किन-किन सीटों पर 7 नवंबर को होगा मतदान

Bihar Chunav 3rd Phase Voting On November 7 बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के तृतीय और अंतिम चरण के तहत 15 जिलों के जिन 78 विधानसभा क्षेत्रों में सात नवंबर को मतदान होना है, उनके लिए चुनाव प्रचार बुधवार की शाम छह बजे थम गया. इस चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के दूरदराज जिलों अररिया और सहरसा में रैलियों को संबोधित किया और जनता से मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राजग, जिसने उनकी "जरूरतों" को पूरा करने के साथ आने वाले दशक में उनकी "आकांक्षाओं" को पूरा करने के लिए तत्पर है, में विश्वास बनाए रखने का आह्वान किया.

By Agency | November 5, 2020 9:06 PM

Bihar Chunav 3rd Phase Voting On November 7 बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के तृतीय और अंतिम चरण के तहत 15 जिलों के जिन 78 विधानसभा क्षेत्रों में सात नवंबर को मतदान होना है, उनके लिए चुनाव प्रचार बुधवार की शाम छह बजे थम गया. इस चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के दूरदराज जिलों अररिया और सहरसा में रैलियों को संबोधित किया और जनता से मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राजग, जिसने उनकी “जरूरतों” को पूरा करने के साथ आने वाले दशक में उनकी “आकांक्षाओं” को पूरा करने के लिए तत्पर है, में विश्वास बनाए रखने का आह्वान किया.

बिहार विधानसभा के इस चुनाव में कुल मिलाकर, 12 रैलियों को प्रधानमंत्री ने संबोधित किया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस चरण में मधेपुरा और अररिया में चुनावी सभाओं को संबोधित किया, और ईवीएम को एमवीएम (मोदी वोटिंग मशीन) बताया. इसपर भाजपा ने दावा किया कि विपक्ष के नेता ने अपनी आसन्न हार के मद्देनजर ऐसे आरोप लगा रहे हैं.

इस चरण में भी प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की रैलियां में बेतुकी घटनाएं जारी रहीं. मधुबनी में एक चुनावी रैली में नीतीश की ओर पत्थर और प्याज फेंके जाने पर उन्होंने ऐसा करने वालों से कहा, “फेंको, और फेंको”. विपक्षी महागठबंधन मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तथा राजद नेता तेजस्वी यादव भी लगातार अपने प्रचार अभियान में लगे रहे और इस चरण में भी कई रैलियों को संबोधित किया.

भाजपा (BJP) ने विधानसभा चुनाव प्रचार () के लिए अपने कई दिग्गजों को मैदान में उतारा जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन लोगों में से थे जिन्होंने बार-बार राज्य के मतदाताओं से राजग का समर्थन करने का आग्रह किया.

राजग (NDA) में शामिल जदयू से नाता तोड़कर अपने बलबूते चुनाव लड़ रही लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी इस चरण में कई रैलियां और रोड शो किए. लोजपा को इस चुनाव के बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के तौर पर स्वीकार्य नहीं हैं. बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhan Sabha Election 2020) के तीसरे और अंतिम चरण के अंतर्गत राज्य के मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र के कई विधानसभा क्षेत्र आते हैं.

एआईएमआईएम (AIMIM) जो रालोसपा (RLSP) अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और मायावती की बीएसपी सहित कुल छह दलों का गठबंधन बनाकर यह चुनाव लड़ रही है, के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा और मोदी को बढ़ावा मिलने के लिए कांग्रेस-राजद गठबंधन को जिम्मेदार ठहराते हुए अल्पसंख्यकों से आग्रह किया कि वे इन दोनों दलों को इस चुनाव में किनारे लगा दें.

अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि तृतीय चरण के कुल 78 विधानसभा क्षेत्रों में सात नवंबर को मतदान होना है, और उनके लिए बुधवार की शाम छह बजे प्रचार समाप्त हो गया. ये 78 विधानसभा क्षेत्र राज्य के जिन जिलों में पड़ते हैं, वे पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, वैशाली तथा समस्तीपुर हैं.

इस चरण में कुल 1204 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, जिनमें 110 महिला शामिल हैं. तृतीय चरण में सबसे अधिक प्रत्याशी (31) गायघाट में तथा सबसे कम प्रत्याशी (9) चार विधानसभा क्षेत्रों ढ़ाका, त्रिवेणीगंज, जोकीहाट और बहादुरगंज में हैं. अंतिम चरण में अपनी सीट बरकरार रखने की चाह रखने वालों में बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी और राज्य के कैबिनेट मंत्री सुरेश शर्मा और प्रमोद कुमार प्रमुख हैं.

एक और उम्मीदवार, जिसने लोगों की जिज्ञासा को बढ़ाया है, सुभाषिनी यादव, मधेपुरा जिले के बिहारीगंज से कांग्रेस की उम्मीदवार हैं, जो अपने पिता और दिग्गज समाजवादी नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव की राजनीतिक विरासत को बचाने चुनावी मैदान में पहली बार उतरी हैं.

बिहार विधानसभा के तृतीय चरण में क्षेत्रवार सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र वाल्मीकिनगर है, जबकि मतदातावार सबसे बड़ा विधान सभा क्षेत्र सहरसा है तथा मतदातावार सबसे छोटा विधानसभा क्षेत्र हायाघाट है. इस चरण में कुल 2,35,54,071 मतदाता जिसमें 1,12,06,378 महिला तथा 894 ट्रांस जेन्डर शामिल हैं, अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। तृतीय चरण के चुनाव के लिए कुल 33,782 मतदान केंद्र बनाये गये हैं, जिसके लिए इतने ही कंट्रोल यूनिट तथा वीवीपैट एवं 45,953 बैलेट यूनिट की व्यवस्था की गयी है.

तृतीय चरण में वैसे मतदान केन्द्र जहां मतदान का समय सामान्य समय (पूर्वाहन 07:00 बजे से अपराहन 06:00 बजे तक) से भिन्‍न होगा उनमें कुल चार विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. इन चार विधानसभा क्षेत्रों में पश्चिम चंपारण जिला के वाल्मीकिनगर एवं रामनगर तथा सहरसा जिला के सिमरी बख्तियारपुर एवं महिषी में मतदान का समय पूर्वाह्न 700 बजे से अपराह्न 400 बजे तक निर्धारित किया गया है.

बिहार विधानसभा निर्वाचन 2020 के साथ ही वाल्मीकिनगर लोक सभा उपनिर्वाचन 2020 के लिए भी 7 नवंबर 2020 को मतदान की तिथि निर्धारित है जिसमें कुल 07 प्रत्याशी मैदान में हैं. इनके लिए कुल 1727837 मतदाता जिसमें 806609 महिला तथा 95 ट्रांस जेंडर शामिल हैं, अपने मतों का इस्तेमाल करेंगे. वाल्मीकिनगर लोकसभा उपनिर्वाचन 2020 के लिए 2478 मतदान केंद्र बनाये गये हैं.

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