Bihar Assembly Election 2020: RJD ने उस महिला मुखिया को टिकट दिया जिसे BJP सरकार ने किया था सम्मानित
Bihar Assembly Election 2020: बिहार की एक महिला मुखिया जिसे बेहतर कार्य करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने प्रतिष्ठित दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार- 2019 से सम्मानित किया था, वो अब बिहार विधानसभा चुनाव में उतर रही है. महिला मुखिया का नाम रितु जायसवाल जिन्हें राजद ने अपनी पार्टी से लड़ने के सिंबल दिया है.
Bihar Assembly Election 2020: बिहार की एक महिला मुखिया जिसे बेहतर कार्य करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने प्रतिष्ठित दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार- 2019 से सम्मानित किया था, वो अब बिहार विधानसभा चुनाव में उतर रही है. महिला मुखिया का नाम रितु जायसवाल जिन्हें राजद ने अपनी पार्टी से लड़ने के सिंबल दिया है.
वो राजद के टिकट पर सीतामढी जिले के परिहार विधान सभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगी. राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे की पत्नी की दावेदारी को दरकिनार करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रितु को राजद प्रत्याशी बनाया है.
You are doing commendable work as “Mukhiya”. Not only I hope but believe you will now be able to do same development for entire constituency. Let’s make a Crime free, Corruption free and Caste free state as stated in your twitter bio. Best Wishes https://t.co/GWgx3yyuqn
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 10, 2020
कौन है रितु जायसवाल
दिल्ली में स्कूल टीचर की नौकरी छोड़ने और अपने आईएएस पति के साथ आरामदायक जीवन छोड़ कर रितु जायसवाल ने पंचायत चुनाव में हिस्सा लेने का फैसला किया था. इसके कुछ ही साल बाद उन्हें अपने काम के लिए देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने चैंपियंस ऑफ चेंज अवार्ड से सम्मानित किया.
गत वर्ष वो सरपंच और पंचायत सचिवों के क्षमता निर्माण कार्यक्रम के लिए केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय द्वारा चयनित बिहार के ग्राम प्रधानों (मुखिया) में से भी एक थीं. रितु सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा जैसे सुदूर ग्रामीण इलाके के सिंहवाहिनी में समाज सेवा खास कर नारी सशक्तिकरण के लिए लगातार जारी अभियान के चलते काफी चर्चित मुखिया रहीं.
सीतामढ़ी जिले में जदयू महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष भी थी. कुछ महीने पहले ही उन्होंने जदयू की सदस्यता ली थीं. रितु के पति एक आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने 2018 में वीआरएस ले लिया था. उस समय वे मुख्य सतर्कता आयोग में आयुक्त के तौर पर तैनात थे. अब वे अपनी पत्नी रितु की सहायता कर रहे हैं.
Posted By: Utpal kant