पटना : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल अपने तीन विधायकों को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है. राजद ने इसकी आधिकारिक घोषणा प्रदेश कार्यालय में रविवार को की. तीनों विधायकों को इसकी लिखित सूचना दे दी गयी है. पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निष्कासित विधायकों में गायघाट के विधायक महेश्वर प्रसाद यादव, पातेपुर की विधायक प्रेमा चौधरी, केउटी के विधायक फराज फातमी शामिल हैं.
राजद के प्रदेश प्रधान महासचिव आलोक मेहता ने बताया कि कुछ दिनों से इन विधायकों की गतिविधियां पार्टी विरोधी देखी जा रही थीं. इसकी आधिकारिक जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद को दी गयी थी. अंत में राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल प्रसाद के निर्देश पर इन सभी को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित किया गया है. निष्कासित विधायकों को 14 अगस्त को उन्हें निष्कासन आदेश दे दिया गया था. उन्होंने बताया कि शेष विधायक पार्टी के साथ पूरी तरह एकजुट हैं.
राजद विधायक की पार्टी विरोधी गतिविधियों के बारे में पूछे जाने पर पार्टी के प्रधान सचिव मेहता ने चुप्पी साध ली. उन्होंने कहा कि सारा मामला राष्ट्रीय अध्यक्ष के संज्ञान में है. जब भी कुछ होगा, उन्हीं के आदेश पर होगा. इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है.
वहीं राजनीतिक गलियारों में चर्चा गरम है कि प्रदेश के उद्योग मंत्री श्याम रजक जदयू का पाला छोड़कर राजद की सदस्यता ले सकते हैं. राजद कार्यालय में इसको लेकर काफी चर्चा सुनी गयी. पार्टी के प्रदेश प्रधान महासचिव ने बताया कि मुझे इस बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं पता है. हालांकि, उन्होंने इस संभावना को सीधे तौर पर नहीं नकारा. उल्लेखनीय है कि श्याम रजक पहले भी कई बार राजद के विधायक रहे हैं.
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