पटना : लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बृहस्पतिवार को यह स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू से गठबंधन तोड़ने के निर्णय का बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए में सीटों की साझेदारी से कोई संबंध नहीं है तथा मुख्यमंत्री ने महादलित का गठन कर दलित समुदाय को नुकसान पहुंचाया है. लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने ‘‘भाषा” को साक्षात्कार के दौरान बताया कि दलितों के बीच से महादलित का गठन कर नीतीश कुमार ने इस समुदाय के बीच फूट डालने का काम किया.
चिराग पासवान ने कहा कि इसका उनके पिता और लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान हमेशा विरोध करते रहे. उन्होंने कहा कि पिछला लोकसभा चुनाव लोजपा ने जदयू के साथ एनडीए में मजबूरीवश लड़ा था. उन्होंने दावा किया कि जदयू के नेताओं ने पिछले लोकसभा चुनाव में गठबंधन धर्म का पालन न कर लोजपा के खिलाफ काम किया था.
चिराग पासवान ने कहा कि इसका उनके पिता और लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान हमेशा विरोध करते रहे. उन्होंने कहा कि पिछला लोकसभा चुनाव लोजपा ने जदयू के साथ एनडीए में मजबूरीवश लड़ा था. उन्होंने दावा किया कि जदयू के नेताओं ने पिछले लोकसभा चुनाव में गठबंधन धर्म का पालन न कर लोजपा के खिलाफ काम किया था.
चिराग पासवान ने कहा कि इस सब के बावजूद नामांकन के लिए शुभ मुहूर्त का समय निकल जाने के बाद नीतीश कुमार आखिरी पांच मिनट में उनके पिता के साथ वहां पहुंचे. उन्होंने कहा, ‘‘उस दिन से मुझे इस बात का दुख था कि आज आपके (नीतीश के) पास वर्चस्व और ताकत है तो आपने उसका पूरा इस्तेमाल किया.”
लोजपा अध्यक्ष ने यह भी कहा, ‘‘एक पुत्र के नाते पिता तथा देश के इतने बड़े कद्दावर नेता का किसी के समाने से इस तरह झुकते हुए देखना मुझे बहुत बुरा लगा.” चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के उस बयान का भी उल्लेख किया, जिसमें उन्होने कहा था कि रामविलास पासवान क्या जदयू के समर्थन के बिना राज्यसभा के लिए निर्वाचित हो सकते थे? उन्होने कहा, ‘‘ उन्हें (नीतीश को) याद रखना चाहिए मेरे पिता को भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा एक राज्यसभा सीट दिए जाने का वादा किया गया था.
लोजपा प्रमुख ने बिहार विधानसभा चुनाव में सम्मानजनक सीट नहीं मिलने के कारण जदयू से गठबंधन तोड़ने के आरोप को खारिज करते हुए कहा, “मैंने केंद्रीय मंत्री अमित शाह जी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से कई बार मुलाकात की पर एक बार भी सीट-बंटवारे के मुद्दे पर कोई चर्चा ही नहीं हुई थी.”
चिराग पासवान ने दावा किया कि नीतीश कुमार ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए दलित समुदाय में महादलित का गठन कर इस समुदाय को नुकसान पहुंचाया है. लोजपा प्रमुख ने बिहार के मुख्यमंत्रियों के सात निश्चय कार्यक्रम को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि जिस तरह से इसमें घोटाले हुए हैं, लोजपा की सरकार बनते ही उसकी जांच की जाएगी और जितने दोषी हैं, सभी को जेल भेजा जाएगा.
लोजपा अध्यक्ष ने केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री एवं भाजपा नेता नित्यानंद राय की एक टिप्पणी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनका रुख स्पष्ट करने को कहा. बिहार चुनाव में विपक्ष राय की उस टिप्पणी को लेकर सत्तारूढ़ राजग को सवालों के लिए घेरे में खड़ा कर रहा है कि एनडीए की जीत से बिहार कश्मीरी आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगाह बन जाएगा. उनकी इस टिप्पणी को राजग के विरोधी चुनाव से पहले माहौल को सांप्रदायिक बनाने के प्रयास के रूप में देख रहे हैं.
Upload By Samir Kumar