पटना : मुख्यमंत्री ने अपने पहले निश्चय संवाद में महिला आरक्षण का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि महिलाओं को सरकारी नौकरी में 35% आरक्षण का ही परिणाम है कि यहां सबसे ज्यादा महिला सिपाही हैं.
उन्होंने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था में महिलाओं को आरक्षण मिलने से वे काफी सशक्त हुई हैं. इसी तरह से लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भी महिलाओं को 35% आरक्षण मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य में 10 लाख जीविका समूहों का गठन का काम पूरा कर लिया गया है.
इससे 1.20 करोड़ महिलाएं जुड़ चुकी हैं. शिक्षा, स्वास्थ्य, क्राइम कंट्रोल समेत सभी क्षेत्रों में काफी काम हुए हैं. उन्होंने कहा कि एससी-एसटी वर्ग के लिए खास प्रावधान किया गया है कि जिसकी हत्या होगी, उसके परिजन को सरकारी नौकरी दी जायेगी.
नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोग इन दिनों नौकरी के मुद्दे पर कुछ भी बोलते चलते हैं. लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि हमारे 15 साल के शासन में 6.08 लाख से ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरी दी गयी.
तीन लाख 98 हजार शिक्षक, एक लाख 59 हजार से ज्यादा सिपाही समेत अन्य पदों पर नियुक्ति हुई. जबकि उसके पहले 15 साल के शासन में 95 हजार लोगों को ही नौकरी मिली थी. आज भले ही लोग प्रवचन देते चल रहे हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि उनके 15 साल के शासन में कैबिनेट की बैठक ही नहीं होती थी.
उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी मुल्क में सभी को सरकारी नौकरी ही मिले, यह संभव नहीं है. युवाओं को स्वावलंबी बनाने का मौका मिलना चाहिए, यह ज्यादा जरूरी है.
Posted by Ashish Jha