पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राजद नेता तेजस्वी यादव से पूछा है कि क्या पार्टी के टिकट और मंत्री बनने के एवज में श्रीमती कांति सिंह और रघुनाथ झा ने पटना और गोपालगंज के अपने करोड़ों की कीमत के तीन मंजिला और दो मंजिला मकान उनके नाम दान नहीं कर दिया था? आपने तो टिकट देने और मंत्री बनाने के एवज में करोड़ की संपत्ति हासिल कर अपनी बेरोजगारी दूर कर ली, क्या इसी तरह का कोई टिप्स बिहार के युवकों को भी देने वाले हैं?
सुशील मोदी ने पूछा कि क्या यह सच नहीं है कि लालू प्रसाद मई, 2004 में यूपीए-1 सरकार में रेलमंत्री बने. इसके मात्र सात माह बाद 6 जनवरी, 2005 को श्रीमती कांति सिंह ने तेज प्रताप और तेजस्वी यादव को पटना शहर के चित्तकोहड़ा स्थित अपनी 9.39 डिसमिल जमीन और उसमें बना तीन मंजिला मकान मुफ्त में गिफ्ट कर दिया? क्या कांति सिंह ने टिकट पाने और मंत्री बनने के लिए करोड़ों की संपत्ति का दान नहीं किया?
इसी प्रकार क्या मंत्री बनने के लिए ही 18 जून,2005 को रघुनाथ झा ने गोपालगंज में राष्ट्रीय राजमार्ग-28 से सटी अपनी करोड़ों की संपत्ति महज 8 लाख 75 हजार रुपये कीमत बता कर नाबालिग तेज प्रताप और तेजस्वी यादव के नाम पर गिफ्ट नहीं कर दिया? आखिर तीन कट्ठा 2 धुर और 10 धुरकी राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे की जमीन और उसके 500 वर्गफीट में सारी सुविधाओं से सुसज्जित तीन मंजिला मकान एक राजनेता ने दान क्यों कर दिया? क्या तेजस्वी बतायेंगे कि इन राजनेताओं ने अपनी संपत्ति खुशी से दान कर दिया या उन्हें टिकट पाने व मंत्री बनने के लिए मजबूरी में ऐसा करना पड़ा?
Upload By Samir Kumar