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बिहार विधानसभा चुनाव 2020 : छह लाख से अधिक मतदानकर्मियों की होगी जरूरत, महिलाओं की भी तैनाती

पटना : बिहार विधानसभा चुनाव संपन्न कराने के लिए इस बार करीब छह लाख से अधिक मतदान कर्मियों की आवश्यकता होगी. इसके अलावा सुरक्षाकर्मियों, सेक्टर मजिस्ट्रेट, आब्जर्वर, व्यय आब्जर्वर सहित अन्य मतदान पदाधिकारियों की तैनाती की जायेगी. राज्य के एक लाख छह हजार बूथों पर पर्याप्त मात्रा में मतदान कर्मियों की कमी को दूर करने के लिए महिलाओं को भी मतदान कार्यों में लगाया जायेगा. महिलाओं की तैनाती आयोग की गाइडलाइन के मानकों पर की जायेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2020 9:13 PM

पटना : बिहार विधानसभा चुनाव संपन्न कराने के लिए इस बार करीब छह लाख से अधिक मतदान कर्मियों की आवश्यकता होगी. इसके अलावा सुरक्षाकर्मियों, सेक्टर मजिस्ट्रेट, आब्जर्वर, व्यय आब्जर्वर सहित अन्य मतदान पदाधिकारियों की तैनाती की जायेगी. राज्य के एक लाख छह हजार बूथों पर पर्याप्त मात्रा में मतदान कर्मियों की कमी को दूर करने के लिए महिलाओं को भी मतदान कार्यों में लगाया जायेगा. महिलाओं की तैनाती आयोग की गाइडलाइन के मानकों पर की जायेगी.

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने सोमवार को जिलों के साथ सुबह 11 बजे से दोपहर 1.15 बजे तक चुनावी तैयारियों की समीक्षा की. जिलों को बताया गया कि एक बूथ पर कम से कम चार मतदान कर्मी चाहिए. कोविड 19 को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त मतदान कर्मियों की आवश्यकता होगी.

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा जिलों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बैजूनाथ कुमार सिंह ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी नयी गाइडलाइन की जानकारी दी गयी. जिलों ने बताया कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर ली गयी है. उन्होंने बताया कि सीइओ ने जिला और विधानसभा स्तर पर कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया गया. इसके साथ ही स्ट्रांग रूप, मतगणना हॉल बड़े स्थल पर बनाने का निर्देश दिया गया.

जिलों को निर्देश दिया गया कि जितने बाहर से आनेवाले लोग हैं और मतदातासूची में उनका नाम छूट गया है, ऐसे योग्य मतदाताओं का नाम शतप्रतिशत शामिल कराने की कार्रवाई की जाये. इसके अलावा हर जिले और विधानसभा में चुनावी स्थलों की समीक्षा की गयी. जिलों द्वारा चुनावी सभाओं की सूची मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को भेजा गया है, उसको एक बार फिर से क्षमता की जांच जांच कर ली जाये जिससे प्रत्याशियों व राजनीतिक दलों को रैली व चुनावी सभा के लिए आवंटित किया जा सके. कितने लोग चुनावी सभा में स्थल में शामिल हो सकते हैं.

इसके अवाला स्नातक व शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के संदर्भ में प्राप्त दावे-आपत्तियों के निष्पादन की अद्यतन स्थिति, चुनावी अपराध की अद्यतन स्थिति, आगामी विधानसभा चुनाव के क्रम में चुनावी सामग्रियों व अन्य सेवाओं के लिए दर का निर्धारण, कार्मिक डाटाबेस की तैयारी व अद्यतीकरण, जिलों में वाहनों की उपलब्धतात व आवश्यकता, भारत निर्वाचन आयोग के भेजे गये प्लानर के अनुसार जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की तैयारी, कम्युनिकेशन प्लान, सेक्टर के गठन की अद्यतन स्थिति, मान्यता प्राप्त दलों से प्राप्त बीएलए-1 व बीएलए-2 की सूची की डीइओ पोर्टल पर दर्ज करने, जिला वोटर हेल्प लाइन के कार्यरत रहने की स्थिति, चुनाव से संबंधित विभागीय जांच की स्थिति, जिला चुनावी मैनेजमेंट प्लान व बूथ लेवल इलेक्शन मैनेजमेंट प्लान, कोविड 19 के आलोक में जिला स्वीप प्लान तैयारी जैसे विंदुओं पर समीक्षा की गयी.

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